अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार छठी बार जीत हासिल की है। 182 विधानसभा सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 99 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं कांग्रेस गठबंधन को 80 सीटों पर कामयाबी मिली, यानी सत्तारूढ़ पार्टी से सिर्फ 19 सीटें कम। वहीँ गुजरात चुनाव के नतीजों में एक चौंका देने वाला आंकड़ा सामने आया है।
यहां बीजेपी और कांग्रेस के बाद पांच लाख से ज्यादा वोटों के साथ नोटा (NOTA) तीसरे नंबर पर रहा। यहां नोटा को आम आदमी पार्टी और बसपा से ज्यादा वोट मिले हैं। गुजरात में ऐसे मतदाताओं की संख्या 5.5 लाख है, जिन्होंने किसी भी पार्टी को वोट नहीं दिया है। प्रतिशत के हिसाब से देखा जाए तो करीब 1.8 फीसद मतदाताओं (551615 लाख) ने इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन में नोटा का बटन दबाया है।
इससे पहले 2014 आम चुनावों में गुजरात के 4.2 लाख मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया था। विधानसभा चुनाव में नोटा का वोट शेयर 1.8 पर्सेंट रहा है लेकिन यह असेंबली इलेक्शन के लिहाज से असामान्य बात नहीं है।
गुजरात में आम आदमी पार्टी ने कुल 29 सीटों पर ही प्रत्याशियों को उतारा था, जहां पार्टी को केवल 29 हजार 517 वोट हासिल हुए। वहीं इन 29 सीटों पर 75 हजार 880 लोगों ने नोटा का लिकल्प चुना। नोटा का विकल्प चुनने वालों की संख्या 2.5 फीसदी अधिक रही।