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बिहार में कृषि वानिकी से जुड़े किसानों को प्रशिक्षण : सुशील मोदी

पटना 28 दिसंबर (आईएएनएस)| बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां गुरुवार को कहा कि कृषि वानिकी से जुड़े राज्य के किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए आने वाला खर्च भी सरकार वहन करेगी। वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री मोदी ने यहां विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद बताया कि कृषि वानिकी से जुड़े राज्य के किसानों को सरकारी खर्च पर झांसी, हलद्वानी और पंतनगर में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए साल भर का कैलेंडर तैयार करने का निर्देश भी अधिकरियों को दिया गया है।

उन्होंने बताया, तीन फरवरी, 2018 को राजधानी पटना में कृषि वानिकी से जुड़े विशेषज्ञों एवं किसानों का एक दिवसीय सम्मेलन होगा, जिसमें कृषि वानिकी के जरिए किसानों की आय बढ़ाने पर विमर्श किया जाएगा।

उन्होंने कहा, बिहार के लिए कृषि वानिकी नीति तैयार करने के लिए समिति में कृषि विशेषज्ञ, राष्ट्रीय वन अनुसंधान संस्थान के सदस्य और किसान प्रतिनिधि होंगे। कृषि वानिकी में अग्रणी राज्य पंजाब, हरियाणा के अध्ययन और समिति के विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर कृषि वानिकी नीति तैयार की जाएगी।

कृषि वानिकी के तहत बांस को प्राथमिकता देने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा, विभाग की ओर तटबंधों के किनारे बांस लगाए जाएंगे। भागलपुर स्थित बांस ट्श्यिू कल्चर लैब में एक साल के दौरान एक लाख कोंपल तैयार किए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढ़ने पर बांस कोंपल किसानों को भी वितरित किए जाएंगे।

कृषि विभाग से समन्वय बनाकर पंचायत स्तर पर नियुक्त कृषि सलाहकारों का सहयोग लेने का भी निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक मुख्यमंत्री निजी पॉप्लर पौधशाला के अंतर्गत 2.15 करोड़ एवं मुख्यमंत्री निजी पौधशाला के तहत अन्य प्रजाति के 3.30 करोड़ पौधे किसानों द्वारा उगाने का लक्ष्य है।

उन्होंने कहा कि किसानों की भूमि पर वर्ष 2022 तक पॉप्लर तथा अन्य प्रजाति के कुल 5.30 करोड़ पौधरोपण करने का लक्ष्य है।

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