लखनऊ। आजादी के बाद पहली बार सुप्रीम कोर्ट के चार सीनियर जजों ने प्रेस कांफ्रेंस कर देश में हलचल मचा दी थी। इन जजों ने मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्रा को कटघरे में खड़ा कर दिया था। उन्हीं जजों में से एक वरिष्ठ जज रंजन गोगाई भी थे। वरिष्ठ जज रंजन गोगाई रविवार (14 जनवरी) को लखनऊ में थे। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंड पीठ के सभागार में उन्होंने उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के सभी जिला जज और जिला विधिक प्राधिकरणों के सचिवों को संबोधित भी किया।
बता दें कि वैसे मध्य जोन की प्रदेश स्तरीय संगोष्ठी (उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश) का कार्यक्रम उच्च न्यायालय की लखनऊ खंड पीठ के सभागार में रविवार 14 जनवरी को सुबह दस बजे से पूर्व निर्धारित था। पर बीते दिनों हुई चार सीनियर जजों के प्रेस कांफ्रेंस के बाद सबकी नजरें रंजन गोगोई के लखनऊ दौरे पर टिकी हुई थी। सुबह से ही हाईकोर्ट के गेट नम्बर पांच पर मीडियाकर्मी इकत्रित होने लगे थे।
एक दिन पहले कार्यक्रम की कवरेज के लिए मीडिया कर्मियों को आमंत्रण भी गया था। पर सुबह जब मीडियाकर्मी इकट्ठा होना शुरू हुए तो अचानक मीडिया कर्मियों को हाईकोर्ट में कार्यक्रम की कवरेज पर रोक लगा दी गई। जानकारी करने पर यह पता चला कि सभी मीडियाकर्मियों को शनिवार को ही कवरेज के लिए कहा गया था। रविवार को नहीं इसलिए आज सुबह कवरेज पर रोक लगा दी गई है। इससे मीडियाकर्मियों में काफी निराशा देखने को मिली और उन्हें वहां से निराश लौटना पड़ा।