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बिहार : पर्यटक अब हाथी की सवारी भी कर सकेंगे

पटना, 6 फरवरी (आईएएनएस)| बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना क्षेत्र में आने वाले पर्यटक अब हाथी की सवारी कर सकेंगे और गंडक नदी में नौका विहार का भी आनंद ले सकेंगे।

बिहार के उपमुख्यमंत्री और वन एवं पर्यावरण विभग मंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को वाल्मीकि व्याघ्र संरक्षण न्यास की शासी परिषद की बैठक में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आश्रयणी में सस्ती दर पर आवासीय व परिभ्रमण की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

न्यास के अध्यक्ष मोदी ने इको टूरिज्म व इको विकास को बढ़ावा देने के लिए गंडक में नौका विहार, रेफ्टिंग व हाथी की सवारी की व्यवस्था तथा कर्मचारियों के तौर पर प्रबंधक से लेकर लेखा पदाधिकारी, माली आदि के 43 पदों पर नियोजन का निर्णय लिया गया।

इस समय वाल्मीकीनगर व्याघ्र परियोजना क्षेत्र में आने वाले कुल 124 पर्यटकों के एक साथ ठहरने की व्यवस्था है। बैठक में सफारी के लिए कर्नाटक से छह व अंडमान से आठ हाथी लाने की सहमति दी गई। बैठक में कहा गया कि आने वाले पर्यटक अब गंडक में नौका विहार और रेफ्टिंग का लुत्फ भी उठा सकेंगे। इसके अलावा वहां लक्ष्मण झूला के समान बना पुल भी पर्यटकों को आकर्षित करता है।

बैठक में मंत्री ने परियोजना क्षेत्र में आवास और सफारी वाहनों की वर्तमान दर में भारी कटौती करने का निर्देश दिया, जिससे पर्यटकों को किफायती दर पर रहने व घूमने की सुविधा मिले और अधिक से अधिक सख्ंया में लोग व्याघ्र परियोजना क्षेत्र के लिए आकर्षित हो सके।

मोदी ने दर में कटौती कर उसका निर्धारण सीजन और ऑफ सीजन के आधार पर करने के लिए उन्होंने पर्यावरण व वन विभाग के प्रधान सचिव को अधिकृत किया।

मंत्री ने न्यास को अगले पर्यटन सीजन के लिए सम्यक कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया। न्यास के सदस्यों ने लोकल एडवाइजरी कमिटी गठित करने, आने वाले पर्यटकों से फीडबैक लेने, आश्रयणी के वेबसाइट को और आकर्षक बनाने आदि का सुझाव दिया गया।

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