नई दिल्ली। फोर्ब्स इंडिया 2013 की अमीर व्यक्तियों की सूची में शामिल ‘नीरव मोदी’ को पत्रिका ने तीसरी पीढ़ी के हीरे का कारोबारी बताया है। उनका पालन-पोषण बेल्जियम में हुआ और व्हार्टन से निकाले जाने पर वह 1990 में मात्र 19 वर्ष की उम्र में भारत आया और आखिरकार दिल्ली, मुंबई, न्यूयार्क, हांगकांग, लंदन और मकाऊ में 16 स्टोर के साथ नीरव मोदी ब्रांड बन गए।
48 वर्षीय नीरव मोदी मुंबई में पत्नी अमी (मामले में सह आरोपी) और तीन बच्चों के साथ रहता है। नीरव की कुल 11, 961 करोड़ रुपए संपत्ति है। सबसे अमीर भारतीयों में 85वां नंबर पर है नीरव मोदी जबकि दुनिया में 1234वां स्थान। नीरव मोदी के पिता हीरा कारोबार से जुड़े थे। वह बेल्जियम के एंटवर्प चले गए थे। यह शहर दुनियाभर में हीरा कारोबार के केंद्र के रूप में मशहूर है। बचपन में वह म्यूजिशियन बनना चाहता था।
मामा मेहुल चौकसी की देखरेख में हीरे के कारोबार के गुर सीखे। मेहुल जानीमानी ज्वैलरी कंपनी गीतांजलि ग्रुप के एमडी हैं। भाई नीशाल के पास बेल्जियम का नागरिकता है जबकि पत्नी अमी मोदी अमेरिकी नागरिक है। भारत लौटने पर नीरव ने 1999 में अपनी कंपनी फायरस्टार की नींव रखी, जिसकी कीमत आज 14,705 करोड़ रुपये है।
2008 में नीरव के एक दोस्त ने उसे एक ईयररिंग बनाने को कहा। अपन इस काम में रुचि लगाते हुए नीरव ने सही हीरा चुनने के लिए और इसे डिजाइन करने में कई महीने लगा दिए थे लेकिन इसी दौरान उन्हें ज्वेलरी के प्रति जूनुन और अपनी कला का अहसास हुआ। उधर, साल 2010 में नीरव पहला ऐसा भारतीय बन गया जिसे जाने माने नीलामी घर क्रिस्टी और सॉदबी के कैटलॉग में जगह मिली । 2013 में पहली बार फोर्ब्स की भारतीय अरबपतियों की सूची में जगह मिली और तबसे जगह बनाए हुए है।