National

नई रक्षा खरीद नीति में स्वदेशी पर जोर : पर्रिकर

नई रक्षा खरीद नीति में स्वदेशी पर जोर : पर्रिकरनई दिल्ली | रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को कहा कि नई रक्षा खरीद प्रक्रिया जल्द ही तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें घरेलू तकनीक से निर्मित उपकरणों की खरीद पर जोर दिया गया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मंत्री ने यह घोषणा रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में की।

पर्रिकर ने कहा कि मंत्रालय “जल्द ही नई रक्षा खरीद प्रक्रिया और रक्षा खरीद से संबंधित मूल दस्तावेज जारी करेगा।”

उन्होंने कहा कि धीरेंद्र सिंह की अध्यक्षता वाली विशेषज्ञों की समिति की रपट के आधार पर मौजूदा रक्षा खरीद प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, रक्षा खरीद दस्तावेज पर आंतरिक स्तर पर जांच-पड़ताल की जा रही है। उम्मीद है कि यह जून 2016 के अंत में तैयार हो जाएगी।

बयान में कहा गया है कि वर्गीकरण समितियां रक्षा खरीद प्रक्रिया के तहत सभी क्षेणी के अधिग्रहणों पर विचार करते समय वर्गीकरण की एक वरीय व्यवस्था का अनुसण करती हैं और सूची में शामिल भारतीय उपकरणों को वरीयता के आधार पर खरीदने को महत्व देती हैं।

इसके बाद भारतीय उपकरण खरीदों और बनाओ, वैश्विक बनाओ, और खरीदो की व्यवस्था होती है।

बयान में कहा गया है, “वर्गीकरण का यह अनुक्रम साफ बता रहा है कि झुकाव स्वदेशी उपकरणों की तरफ है।”

बैठक में शामिल सांसदों ने सुझाव दिया कि सरकार को ‘भारतीय उपकरणों की खरीदारी और भारत में बनाने और खरीदने’ की श्रेणियों को प्रोत्साहन देना चाहिए।

बैठक में सांसद पिनाकी मिश्रा, सौगत राय, ए. सीताराम नायक, राजीव चंद्रशेखर, महेंद्र प्रसाद, टी. के. रंगराजन, भूपेंद्र यादव और शमशेर सिंह मन्हास ने शिरकत की।

बैठक में रक्षा सचिव जी. मोहन कुमार, रक्षा उत्पादन सचिव अशोक कुमार गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

=>
=>
loading...