लखनऊ। यूपी के गोरखपुर और फूलपुर में हुए लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ‘सपा’ को मिली जबरदस्त जीत के बाद से सूबे का राजनीतिक माहौल ही बदला-बदला सा नजर आ रहा है। बता दें कि कभी एक-दूसरे के कट्टर दुश्मन के तौर पर जाने-जाने वाली सपा-बसपा अब एक-दूसरे की पूरक के तौर पर नज़र आने लगी हैं।
शुक्रवार 16 मार्च को लखनऊ के समाजवार्दी पार्टी के राज्य मुख्यालय पर अखिलेश और मायावती का पोस्टर लगा हुआ नजर आया। आपको ये भी बता दें कि इस पोस्टर को सपा कार्यकर्ता तारिक अहमद लारी ने लगाया है। पोस्टर जारी होने के बाद राजनीतिक गलियारे में इसे लेकर चर्चा तेज हो गई हैं। इस पोस्टर में सपा कार्यकर्ताओं ने जीत के लिए फूलपुर और गोरखपुर की जनता को बधाई दी है।
फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में समीकरण इस तरीके से बदले कि समाजवादी पार्टी ने फूलपुर लोकसभा सीट और गोरखपुर लोकसभा सीट पर जीत हासिल कर ली और बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा। एक तरफ फूलपुर में सपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह पटेल ने भाजपा प्रत्याशी कौशलेंद्र सिंह पटेल पर 59,613 वोटों से जीत दर्ज की, वहीं गोरखपुर में 30 साल बाद समाजवादी पार्टी ‘सपा’ उम्मीदवार प्रवीण निषाद ने भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ला को 21,000 वोटों से हराकर जीत हासिल की।
भारतीय जनता पार्टी की हार की वजह अति आत्मविश्वास, कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और कम मतदान को मान रही है, लेकिन राजनीतिज्ञ विशेषज्ञों का कहना है कि, ओबीसी और दलित वोटों को पर्याप्त महत्व न देना बीजेपी संगठन पर भारी पड़ा है।