Uncategorized

विहिप ने मोदी पर साधा निशाना, कहा— जब कोर्ट के जरिये ही हल करना था तो 1992 में आंदोलन क्यों

नागपुर। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रमुख प्रवीण तोगड़िया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर देश की अनदेखी का आरोप लगाया है। तोगड़िया ने कहा कि पीएम मोदी के पास पाकिस्तान के पीएम से मिलने का समय है लेकिन अपने बचपन के मित्र (तोगड़िया) से मिलने का नहीं। बता दें कि, तोगड़िया अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण कराने के संबंध में केंद्र सरकार के रवैये से क्षुब्ध हैं। उन्होंने इसके लिए कानून नहीं बनाने को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर गहरी नाराजगी जाहिर की। बता दें कि फिलहाल अयोध्या मामले की उच्चतम न्यायालय में सुनवाई हो रही है।

भाजपा ने 1987 में किया था वादा

तोगड़िया ने दावा किया कि भाजपा ने वर्ष 1987 में अपनी पालमपुर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राम मंदिर के निर्माण के लिए संसद में कानून पारित कराने का वादा किया था। प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि पिछले चार साल में कोई कानून पारित नहीं हुआ और पीएम नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर चुप हैं। उन्होंने कहा, अभी एक सप्ताह पहले ही मैंने पीएम को एक पत्र लिखा है।

पत्र की बातें साझा करते हुए तोगड़िया ने बताया कि उन्होंने लिखा है ‘आप पाकिस्तान के (तत्कालीन) प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मिल सकते हैं, लेकिन आपके पास यह शिष्टाचार नहीं है कि अपने बचपन के मित्र (तोगड़िया) से मिलें और राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर चर्चा करें।’ तोगड़िया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर राम जन्मभूमि- बाबरी मस्जिद विवाद को अदालत के जरिये ही हल करना था तो 1992 में आंदोलन क्यों हुआ। उन्होंने सावालिया अंदाज में पूछा कि आखिर क्यों बड़ी संख्या में लोगों ने अपने प्राण गवां दिये।

उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनाने के लिए आम राय तैयार करने के लिए आंदोलन हुआ, जिससे मंदिर समर्थक सरकार सत्ता में आए और इसके निर्माण के लिए कानून बनाए। उन्होंने कहा कि विवादित भूमि और आसपास के 66 एकड़ इलाके में केवल एक मंदिर ही बन सकता है।

=>
=>
loading...
Dileep Kumar
the authorDileep Kumar