वाशिंगटन, 18 अप्रैल (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा पिछले सप्ताह सीरिया पर की गई जवाबी कार्रवाई के बावजूद खुफिया एजेंसियां इस बात से पूर्ण सुनिश्चित नहीं थीं कि असद शासन ने नागरिकों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया था या नहीं। खुफिया व रक्षा सूत्रों ने मंगलवार को सीएनएन को बताया कि 13 अप्रैल की रात हमले की कार्रवाई के फैसले को सबूत की जरूरत थी, ताकि अधिकारी इसे स्वीकार कर सकें।
प्रशासनिक अधिकारी इस बात पर दृढ़ हैं कि सात अप्रैल को डौमा में नागरिकों पर सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के बलों के हमले में जो भी इस्तेमाल किया गया, वह रासायनिक पदार्थ था और सिर्फ यही इस कार्रवाई को न्यायसंगत ठहराता है।
रक्षा अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि जानकारी के अभाव ने हमले को हवाईपट्टियों, विमानों और हेलीकॉप्टरों समेत बड़ी चीजों को निशाना नहीं बनाने के फैसले में अहम भूमिका निभाई।
रूस के रुख जैसे अन्य कारकों ने भी इस फैसले में भूमिका निभाई।
मंगलवार दोपहर रक्षामंत्री जेम्स मैटिस और जॉइंट चीफ्स के अध्यक्ष जोसेफ जनफोर्ड ने सीरिया हमले पर सांसदों के समक्ष ब्रिटेन और फ्रांस के साथ सहयोग का गुप्त विवरण रखा।
विवरण रखने से पहले, अधिकारियों ने हमले के बाद खुफिया विभाग को पक्का विश्वास था या नहीं इस बात पर टिप्पणी नहीं की।