जब प्रशासन से नाखुश होते हैं तो डॉक्टर हो या वकील हो या फिर बस ड्राइवर वो हड़ताल शुरू कर देते हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी आम जनता को होती है, जो अपने रोजमर्रा के कामों के लिए इन पर निर्भर होती है। हड़ताल मतलब स्ट्राइक, स्ट्राइक करने वाले अमूमन अपनी सर्विस बंद कर देते है। लेकिन जापान में बस ड्राइवर एक अनोखे तरीके से हड़ताल कर विरोध जाता रहे है। जापान में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेक्टर की बड़ी कंपनी ‘रयोबी बस सर्विस’ ने हड़ताल शुरू कर दी है। इस स्ट्राइक का नाम ‘फ्री राइड स्ट्राइक’ रखा गया है।
‘फ्री राइड स्ट्राइक’ इसके तहत किसी भी बस को रोका नहीं जा रहा है बल्कि लोगों को फ्री में सफर कराया जा रहा है। बस में जो भी पैसेंजर सफर कर रहे हैं उनसे बिकुल भी पैसे नहीं लिए जा रहे। जापान के इन बस ड्राइवर्स का कहना है कि बस से सफर करने वाले ज्यादातर लोग रोज आने जाने के लिए इसी पर निर्भर हैं। उनको किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसलिए उन्होंने तय किया है कि वह किसी से भी पैसे नहीं लेंगे। इससे भी प्रशासन को ही नुकसान होगा। इसलिए लोगों से पैसे ना लेने का निर्णय लिया गया है।
बस ड्राइवर्स के हड़ताल करने का कारण है मेगुरिन बस सर्विस। जिसे सरकार ने एक महीने पहले ही रयोबी बस सर्विस के रूट पर बसें चलाने का लाइसेंस दिया है। रयोबी ने मांग की थी कि उसका रूट बदल दिया जाए लेकिन सरकार ने उनकी नहीं सुनी।
ड्राइवरों ने मांग की हैं कि उनकी जॉब सिक्योरिटी को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जाएं लेकिन कोई संतोषजनक प्रक्रिया नहीं आई। जिसके बाद से उन्हें ये कदम उठाया हैं। आपको बता दें कि पहली बार फ्री राइड स्ट्राइक अमेरिका में साल 1944 में शुरू हुई थी। यह तरीका करीब 74 साल पुराना है। इसके अलावा पिछले साल सिडनी और ब्रिसबेन में भी बस ड्राइवरों ने इस तरह की हड़ताल की थी। जिसमें सिडनी ने मजदूरों के मुद्दे को लेकर फेयर फ्री डेज की शुरुआत की थी।