नई दिल्ली। हर साल 26 जुलाई को कारगिल युद्ध में देश के लिए शहीद होने वाले सैनिकों की याद में विजय दिवस मनाया जाता है। 18 साल पहले 26 जुलाई के ही दिन भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को घुटने के बल झुकाकर विजय पताका लहराया था। 60 दिनों तक चले युद्ध में भारत के करीब 527 जवानों ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी। कारगिल विजय दिवस पर उन्हीं शहीदों को पूरा देश नमन कर रहा है।
जम्मू-कश्मीर में स्थित कारगिल की भारतीय सैन्य चौकियों पर पाकिस्तानियों ने कब्जा कर लिया था। मई 1999 में कारगिल में पाकिस्तानी कब्जे वाली चौकियों को आजाद कराना शुरू किया। कारगिल युद्ध जुलाई तक जारी रहा और 26 जुलाई 1999 को भारत ने पूरी तरह इलाका आजाद करा लिया। माना जाता है कि कारगिल पर कब्जे की साजिश तत्कालीन पाकिस्तानी सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ ने रची थी।
सबसे पहले पाकिस्तानी सैनिक और आतंकवादी कारगिल इलाके में घुसे थे। इन लोगों को सबसे पहले भारतीय गडरिए ने देखा था और इसके बाद गड़ेरियों ने भारतीय सैनिकों को खबर दी। पाकिस्तानियों के घुसपैठ की खबर सुनते ही भारतीय सैनिकों ने ऑपरेशन विजय की शुरुआत की। उस वक्त पाकिस्तानी घुसपैठियों ने इलाके में कई सारे मोर्चे भी बना लिए थे।
पाकिस्तानियों ने कारगिल की कुछ अहम् जगह पर कब्ज़ा करके अपना पलड़ा भारी कर दिया था लेकिन भारतीय फौजी भी कहां कम थे उन्होंने भी पाकिस्तानियों को खदेड़ना शुरू कर दिया था। दो महीने से भी ज्यादा चले कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने 26 जुलाई 1999 को इस मिशन में सफलता हासिल कर ली थी. बस इसी के बाद से ही 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।