नई दिल्ली। गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में देश के 40 वीर जवानों ने अपनी जान गंवा दी। अब पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग इन जवानों के बच्चों की मदद के लिए आगे आए हैं। सहवाग ने शहीद बच्चो जवानों के बच्चो की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाने का ऐलान किया है।
उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘हम जो कुछ भी कर सकते हैं वो काफी नहीं होगा। ये काफी छोटी चीज है लेकिन मैं बहादुर जवानों के सभी बच्चों के की पढ़ाई का पूरा ख्याल रखने की पेशकश करता हूं। सभी बच्चों की पढ़ाई का ख्याल झज्जर स्थित मेरे सहवाग इंटरनेशनल स्कूल में रखा जाएगा। सौभाग्य होगा।’
बता दें कि दो दिन पहले गुरुवार को कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। ये हमला गुरुवार तो तब हुआ जब सीआरपीएफ के 2500 जवानों का काफिला श्रीनगर जा रहा था। नियमों के मुताबिक, पहले जब सुरक्षाबलों का काफिला चलता था, तब बीच में सिविल गाड़ियों को आने-जाने की अनुमति नहीं थी। लेकिन, जब हालात ठीक होने लगे तो जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के एक हिस्से को स्थानीय नागरिकों के वाहनों को प्रयोग की अनुमति दे दी गयी।
इतना ही नहीं, जवानों के काफिले के बीच में या आगे-पीछे सिविल गाड़ियों को चलने की भी इजाजत दे दी गयी, यही इजाजत गुरुवार को आत्मघाती साबित हो गई। कश्मीरी नागरिकों को दी गयी आजादी का फायदा जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद ने उठाया और एक सर्विस रोड से जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर आया। बाद में उसने अपनी गाड़ी से सीआरपीएफ काफिले के एक वाहन को टक्कर मार हमले को अंजाम दिया।