नई दिल्ली। जहां एक ओर देश में कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटाए जाने पर कहीं पटाखे फोड़े गए तो कही गले मिलकर खुशियों का इज़हार किया गया, लेकिन जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने पर पाकिस्तान जैसे बौखला गया है। इसी बौखलाहट में वो एक के बाद एक पागलपन भरे फैसले ले रहा है। इसी कड़ी में पाकिस्तान ने भारत से अपने व्यापारिक रिश्तें तोड़ने की घोषणा कर डाली है।
पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने टीवी पर अपना एक स्टेटमेंट देते हुए कहा कि हम दिल्ली से अपने राजदूत वापस बुला लेंगे और साथ ही हिन्दुस्तान के राजदूत को यहाँ से वापस भेज देंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यलय से भी एक बयान जारी हुआ जिसमे यह कहा गया कि इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की एक अहम बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में शीर्ष सैन्य और असैन्य नेतृत्व भी शरीक हुए।
आपको बता दें कि एनएससी सैन्य और असैन्य शीर्ष नेतृत्व का सबसे सर्वोच्च फोरम है, जहां राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा की जाती है। गौर करने वाली बात यह है कि इधर भारत सरकार ने यह फैसला किया कि वह जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करेगी और उधर पाकिस्तान में पीएम इमरान खान ने कश्मीर में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की तीन दिनों में यह दूसरी बैठक बुलाई थी।
इमरान खान ने क्षेत्र में हुई घटनाओं को नज़र में रखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों पर चर्चा करने के लिए यह बैठक बुलाई थी। इमरान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी ने पाक संसद के संयुक्त सत्र में भारत के साथ राजनयिक रिश्तों को खत्म करने की मांग की थी और इसी के साथ उन्होनें यह भी कहा कि पाकिस्तान को भारत के खिलाफ युद्ध से डरना नहीं चाहिए।