हैदराबाद। हैदराबाद में डॉक्टर प्रियंका रेड्डी यूं तो जानवरों की डॉक्टर थी लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिनका वो इलाज कर रही थी जानवर वो नहीं बल्कि सड़क पर पिछले कई दिनों से उसको शिकार बनाने में फिराक में खड़े वो चार दरिंदे थे। अगर प्रियंका इंसान के भेष में हैवान बन चुके उन जानवरों को पहचान लेती तो शायद आज जिंदा होती। प्रियंका ने भी अपनी आंखों में तमाम सपने संजोए थे। अच्छी नौकरी, बड़ा घर और परिवार का साथ, प्रियंका कुछ इस तरह की जिंदगी चाहती थी, लेकिन दरिंदों की हैवानियत ने सारे सपने चकनाचूर कर दिए।
डॉक्टर प्रियंका रेड्डी के मामा ने कई ऐसी बातें बताई, जिसे सुनकर हर किसी की आंख में आंसू आ गए। उन्होंने बताया कि बचपन से ही प्रियंका को जानवरों से बहुत लगाव था। वह जानवरों से बेहद प्यार करती थी। वह घर में जानवर पालना भी चाहती थी, लेकिन छोटी जगह होने के कारण वह घर में जानवरों को नहीं रख सकी।
जानवरों से लगाव के कारण ही प्रियंका ने वेटरनरी मेडिकल चुना था। उसे कुत्ते, गाय और घोड़ों को खाना खिलाना बेहद पसंद था। परिवार के बार में जानकारी देते हुए प्रियंका के मामा ने बताया कि उसके पापा जॉब बाहर होने के कारण हफ्ते में सिर्फ एक बार ही घर आते थे। जब प्रियंका की तीन साल पहले नौकरी लगी तो पूरा परिवार शमशाबाद में शिफ्ट हो गया।
प्रियंका को ऑनलाइन रेसिपी सीखकर खाना बनाने का बेहद शौक था। उसे अच्छे-अच्छे खाना बनाना और परिवार के सदस्यों को खिलाना काफी पसंद था। वह परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहती थी। जॉब के बाद घर लौटने पर वह पूरा समय अपने परिवार को देती थी।