अहमदाबाद। स्वामीनारायण मंदिर से जुड़े स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी ने महिलाओं को लेकर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की है। कृष्णस्वरूप दासजी ने कहा कि मासिक धर्म के समय पतियों के लिए भोजन पकाने वाली महिलाएं अगले जीवन में ‘कुतिया’ के रूप में जन्म लेंगी, जबकि उनके हाथ का बना भोजन खाने वाले पुरुष बैल के रूप में पैदा होंगे।
स्वामी ने कहा कि यह बातें सुनकर आपको जैसा भी लगे लेकिन, शास्त्रों में यह नियम बनाए गए हैं। आपको लगेगा कि मैं बहुत कठोर हूं, औरतें यह सुनकर रो सकती हैं कि वो कुत्तों में बदल जाएंगी। उन्होंने आगे कहा कि मैं नहीं जानता कि मुझे आपको काउंसलिंग करना चाहिए या नहीं। 10 सालों में यह पहली बार है जब मैं आपको सलाह दे रहा हूं। संतों ने हमारे धर्म की गुप्त बातों के बारे में चर्चा नहीं करने की सलाह दी है। लेकिन अगर मैं नहीं करूंगा तो आप कभी नहीं समझेंगे।
स्वामी ने कहा कि महिलाएं पीरियड्स को लेकर लापरवाह रहती हैं। उन्होंने कहा, महिलाओं को यह एहसास नहीं होता कि पीरियड्स का समय तपस्या के समान है। यह हमारे शास्त्रों में लिखा है। मैं यह सब कहना नहीं चाहता था, लेकिन मुझे आपको सावधान करना था। पुरुषों को शादी से पहले ही खाना पकाना सीखना चाहिए।
यह स्वामीनारायण मंदिर भुज स्थित श्री सहजानंद गर्ल्स इंस्टिट्यूट (एसएसजीआई) नाम के उस कॉलेज को चलाता है जिसकी प्रधानाचार्य और अन्य महिला स्टाफ ने यह देखने के लिए 60 से अधिक लड़कियों को कथित तौर पर अंत:वस्त्र उतारने को विवश किया कि कहीं उन्हें माहवारी तो नहीं हो रही। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि लड़कियों ने कथित तौर पर हॉस्टल का वह नियम तोड़ा था, जिसमें मासिक धर्म के समय लड़कियों के अन्य लोगों के साथ खाना खाने की मनाही है।