नई दिल्ली। अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े के बाद वहां के लोगों में काफी दहशत का माहौल है। लोग इतने ज़्यादा डरे हुए हैं कि उन्हें मरना मंज़ूर है लेकिन तालिबान के शासन में रहना नहीं। लोग अपने घरों को छोड़कर दूसरे देश की तरफ भाग रहे हैं। बता दें कि अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के कब्ज़े के बाद कश्मीर में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यही नहीं कश्मीर में LoC से तालिबान की मौजूदगी अब करीब 400 किलोमीटर की दूरी पर रह गई है। ऐसे में तालिबान का कश्मीर को लेकर बयान सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक तालिबान ने कश्मीर मुद्दे पर बयान देते हुए कहा है कि ,’ये भारत और पाकिस्तान का आंतरिक मामला है।’ तालिबान ने कहा है कि कश्मीर उनके एजेंडे में शामिल नहीं है और ये दो देशों के बीच का मुद्दा है। लेकिन आपको बता दें कि पाकिस्तान में पनाह लिए हुए लश्कर-ए-तैयबा और तहरीक ए तालिबान जैसे आतंकी संगठनों की मौजूदगी अफगानिस्तान में भी है। वहीं काबुल के कुछ इलाकों में तालिबान की मदद से इनके चेक पोस्ट भी बने हुए हैं।
बता दें कि तालिबान ने सत्ता में आने के तुरंत बाद अफ़ग़ानिस्तान के जेल में बंद 2300 खूंखार आतंकियों को रिहा कर दिया है। इसमें तहरीक ए तालिबान, अल कायदा और आईएसआईएस के आतंकी शामिल हैं और ये सब अफगानिस्तान की अलग-अलग जेलों में बंद थे।