अयोध्याः पंजाब नेशनल बैंक की मुख्य शाखा ख़्वासपुरा में तैनात असिस्टेंट मैनेजर का शव उसके कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला। मृतका का नाम श्रद्धा गुप्ता (32) निवासी राजाजीपुरम, लखनऊ बतया जा रहा है। वह करीब छह साल से अयोध्या में तैनात थी। मृतका ने अपने सुसाइड नोट में पूर्व एसएसपी आशीष तिवारी समेत चार लोगों पर आरोप लगाते हुए अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।
श्रद्धा ने 2015 में ख़्वासपुरा स्थित पीएनबी की शाखा बतौर क्लर्क ज्वाइन की थी। प्रमोशन के बाद श्रद्धा को बछड़ा सुलातानपुर स्थित बैंक की मुख्य शाखा में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर भेजा गया था। उसने बैंक के सामने ही विष्णु एंड कंपनी बिल्डिंग में किराए पर कमरा ले रखा था। श्रद्धा वहां अकेले ही रहती थी। वह चार भाई बहनों में दूसरे नंबर पर थी। जब सुबह के वक्त दूधवाला श्रद्धा के कमरे पर दूध लेकर पहुंचा, तो कमरे का दरवाजा बंद मिला। दूधवाले ने कई बार प्रयास किया लेकिन दरवाजा न खुलने पर उसने मकान मालिक को इसकी सुचना दी। मकान मालिक ने भी दरवाजे को खोलने की कोशिश की लेकिन दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद कमरे की बगल वाली खिड़की खोलकर जब मकान मालिक ने अंदर देखा, तो वह हैरान रह गया। श्रद्धा दुपट्टे के सहारे पंखे पर लटकी हुई थी। इसके बाद माकान मालिक ने तुरन्त पुलिस को सुचना दी। मौके पर पहुंची अलीगढ़ चौकी की पुलिस ने परिवारीजनों को सूचित किया।
वहीं, मौके पर पुलिस को पापा-मम्मी को संबोधित अंग्रेजी में लिखा एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। जिसमें उसने राजेश, विवेक गुप्ता, अनिल रावत (पुलिस फैजाबाद) व आशीष तिवारी (एसएसएफ हेड लखनऊ) को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया। इनमें आशीष तिवारी पूर्व में अयोध्या जनपद के एसएसपी रहे हैं। एसएसपी अयोध्या शैलेष पांडेय ने घटनास्थल का मुआयना किया, उन्होंने बताया कि सुसाइड नोट को जांच के लिए फोरेंसिक विभाग के पास भेजा जा रहा है। जांच के बाद व परिवारीजनों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इंगेजमेंट टूटने के बाद से अवसाद में थी श्रद्घा
जानकारी के अनुसार मृतका श्रद्घा की शादी राजेश गुप्ता नामक युवक से तय हुई, दोनों की सगाई भी हो चुुुकी थी लेकिन बाद में किसी कारणवश यह शादी टूट गई थी। इसको लेकर वह अवसाद में रहती थी। वहीं, पुलिस के अनुसार दोनों की शादी टूटने के बाद कोई शिकायत पुलिस तक नहीं पहुंची थी, न ही इसको लेकर दोनों में कोई पूर्व एसएसपी से मिला था।
सुसाइड नोट में एक पुलिस फैजाबाद अनिल रावत का भी नाम लिया गया है। पुलिस ने इस नाम को ट्रेस करवाया तो इस नाम का कोई पुलिसकर्मी जिले में तैनात नहीं पाया गया। फिलहाल पुलिस ने मृतका का मोबाइल नंबर कब्जे में लिया है। फोन का लॉक नंबर की जानकारी न होने के कारण फोन का लॉक खोलने के लिए विशेषज्ञ के पास भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार परिजनों ने भी पूछताछ में बताया कि श्रद्घा खुशमिजाज लड़की थी और काम को मन लगाकर करती थी। शादी टूटने का कारण आपसी सहमति न बन पाना बताया और कहा कि इसमें दोनों की सहमति थी। फिलहाल पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।