एटा। जलेसर में विवादित छोटे मियां बड़े मियां की दरगाह परिसर में खोदाई के दौरान शनिदेव और हनुमान की दो मूर्तियां निकलीं। प्रशासन ने पुरातत्व विभाग को सूचना देने के बाद अगले आदेश तक खोदाई का काम रोक दिया है। दरगाह स्थल व जलेसर कस्बा में अहतियात के तौर पर फोर्स तैनात कर दिया गया है, जबकि दरगाह परिसर में ही शनिदेव और हनुमानजी की पूजा अर्चना श्रद्धालुओं ने शुरू कर दी है।
जलेसर में दरगाह स्थल पर पुलिस चौकी का निर्माण कराने के लिए शुक्रवार को सुबह से श्रमिकों ने दरगाह के बराबर खोदाई शुरू कर दी थी। दोपहर के वक्त जब नींव खोदी जा रही थी, तभी चार फुट खोदाई के बाद मिट्टी में सनी हुई काले रंग की दो फुट की शनिदेव और डेढ़ फुट की हनुमानजी की प्रतिमा निकल आईं। इसके बाद श्रमिकों ने तत्काल ही सूचना एसडीएम को दी। आसपास के लोगों को जब पता चला तो भारी भीड़ जुट गई। यह दरगाह कस्बा में जलेसर-हसायन मार्ग पर छह बीघा में बनी है और परिसर के एक कोने में छोटे मियां बड़े मियां की मजार हैं।
99 करोड़ के गबन के बाद सुर्खियों में है दरगाह
हाल ही में दरगाह कमेटी द्वारा 99 करोड़ के गबन के मामले का पर्दाफाश हुआ था और दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अकबर अली समेत नौ पदाधिकारियों के खिलाफ गबन की जलेसर कोतवाली में एफआइआर दर्ज है। कमेटी के सदस्यों की संपत्ति की जांच चल रही है। प्रशासन ने दरगाह को अपने कब्जे में लेकर रिसीवर की नियुक्ति कर दी है। तब से प्रशासन की देखरेख में ही जात हो रही है और चढ़ावा सरकारी खाते में जमा हो रहा है। गबन का मामला सामने आने से पहले जलेसर क्षेत्र के दो दर्जन ग्रामीणों ने प्रशासन को शपथ पत्र देकर दरगाह स्थल पर शनि मंदिर होने का दावा किया था।
जलेसर दरगाह परिसर में पुलिस चौकी बनवाने के लिए की जा रही खोदाई के दौरान निकलीं शनिदेव और हनुमान की मूर्तियां कितनी पुरानी हैं इसके लिए पुरातत्व विभाग को लिखा गया है। फिलहाल खोदाई रोक दी गई है। मूर्तियां दरगाह परिसर में ही स्थित विश्राम स्थल पर सुरक्षा के साथ रखीं गईं हैं।- अंकित अग्रवाल, जिलाधिकारी एटा