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अखिलेश सरकार में विकास का नहीं परिवारवाद और अपराध का एजेंडा चलता था: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ।‘पिछली सरकारों में एक परिवार के विकास को ही विकास का मानक मान लिया जाता था। इनके पास विकास का कोई एजेंडा नहीं था। वहां तो परिवारवाद और अपराध हावी रहा। पलायन, दंगे, अराजकता, बेटियां अपराधियों से डरकर स्कूल नहीं जा पाती थीं। प्रदेश की तस्वीर बदरंग हो गई थी। आजादी में जो राज्य अग्रणी था वह पिछड़कर बीमारू राज्य में शामिल हो गया। पीएम मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर यूपी आगे बढ़ रहा है’। सहारनपुर में मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय के शिलान्यास अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को जमकर लताड़ लगाई।

सहारनपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारें विकास के नाम पर बंदरबांट करतीं थीं। हमारी आस्था पर प्रहार होता था। सावन के महीनों में कहा जाता था कि कांवड़ यात्रा नहीं निकलेगी। बेटियों की सुरक्षा के मामले को अनसुना कर दिया जाता था। मुजफ्फरनगर के दंगाइयों को लखनऊ के मुख्यमंत्री आवास में सम्मानित किया जाता था। सहारनपुर में सिक्खों की दुकानों में आग लगाकर उन्हें भी आग में झोंकने का काम किया जाता था। वर्ष 2017 में सरकार बदलते ही प्रदेश में दंगा नहीं बल्कि कांवड़ यात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली जा रही है। दीपावली, होली और सभी पर्व और त्योहार बिना डर के मनाए जा रहे हैं। पांच सौ वर्षों के इंतजार को खत्म करके मोदी सरकार ने अयोध्या में भव्य श्रीराममंदिर के निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया है।

उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तरप्रदेश में विकास को गति दी गई है। वर्ष 2017 से पहले सहारनपुर से दिल्ली पहुंचने में सात से आठ घंटे लगते थे, अब हाइवे बनने के बाद केवल दो घंटे में ही दिल्ली पहुंचा जा सकता है। किसानों के गन्ने का मूल्य समयबद्ध तरीके से किया जा रहा है। हमारी पौने पांच वर्ष की सरकार में एक लाख 44 हजार करोड़ रुपये गन्ने का मूल्य किसानों के खाते में पहुंचाया जा चुका है। चीनी मिलों का विस्तारीकरण किया जा रहा है, एक्सप्रेसवे, एयर कनेक्टविटी, विश्वविद्यालय, सड़क, मेडिकल कालेज के साथ अन्य विकास के काम कराए जा रहे हैं। अब सहारनपुर में मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास होने से यहां के आसपास के दो सौ महाविद्यालयों को जोड़ा गया है जिसकी डिग्री में मां शाकुम्भरी की फोटो लगी होगी। इस विश्वविद्यालय में 2022 के सत्र से पढ़ाई शुरू करा दी जाएगी

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH