असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने 2020 ओलंपिक खेलों की मुक्केबाजी प्रतिस्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली लवलीना बोरगोहेन को आज एक करोड़ रुपये दिए और राज्य पुलिस बल में पुलिस उपाधीक्षक (DSP) पद की पेशकश की। सरमा ने कहा कि सरकार ने राज्य से पहला ओलंपिक पदक जीतने वाली लवलीना को 2024 के पेरिस ओलंपिक तक छात्रवृत्ति के रूप में प्रतिमाह एक लाख रुपये देने का भी फैसला किया है, क्योंकि उनकी नजर वहां स्वर्ण पदक (गोल्ड मेडल) जीतने पर है।
सरमा ने कहा कि गुवाहाटी में उनके नाम पर एक सड़क का भी नाम रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि लवलीना के चार कोचों- प्रशांत दास, पदुम बरुआ, संध्या गुरुंग और राफेल गामावस्का को असम के लोगों की ओर से आभार के तौर पर 10-10 लाख रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी घोषणा की कि सरूपथर निर्वाचन क्षेत्र में मुक्केबाजी अकादमी के साथ एक खेल परिसर स्थापित किया जाएगा ताकि कई और ग्रामीण प्रतिभाओं को बढ़ावा दिया जा सके। लवलीना का गांव बारो मुखिया इसी क्षेत्र में आता है।
सरमा ने कहा, “लवलीना ने राज्य के लिए पहला ओलंपिक पदक लाकर प्रदेश के इतिहास में अपना नाम स्वर्णाक्षरों में लिखवा लिया है। हमें उन पर बहुत गर्व है और राज्य के सभी लोगों की ओर से, मैं उन्हें बधाई और धन्यवाद देता हूं।” इस अवसर पर लवलीना ने कहा कि वह देश के लिए एक पदक लाईं और खाली हाथ नहीं लौटी, लेकिन उन्हें स्वर्ण नहीं जीत पाने का दुख है।