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अपनी कमजोरी को ही बना लिया हथियार, कभी हार न मानने के जज्बे से बुलंदी की नई ऊंचाइयों पर पहुंची आयुषी

नई दिल्ली। मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है गुजरात राज्य की आयुषी वोरा ने। कम उम्र में ही आयुषी को “लिम्फैन्जिओमा हेमांगीओमा” नामक एक दुर्लभ बीमारी ने घेर लिया था लेकिन कभी हार न मानने का जज्बा ही था जिसने आयुषी को बुलंदी की उन ऊंचाइयों पर पहुंचाया जिसे पाने का हर इंसान सपना देखता है।

आयुषी कभी हार न मानने वाली एक सुपर टैलेंटेड लड़की हैं। वह हमेशा खुद को चुनौती देने, सीखने और बढ़ने के लिए तैयार रहती हैं। उनका परिवार हर मुश्किल समय में उनके साथ खड़ा रहा। आयुषी के लिए ये सफर आसान नहीं था लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और अपना हौसला बनाए रखा। आयुषी के परिवार और शिक्षकों ने उसमें एक फाइटर को पाया और उसे उसके जुनून का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया, आज ऐसा कुछ भी नहीं है जो वह नहीं कर सकती। ड्राइंग के प्रति उनका प्यार उन्हें राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में ले गया।

उसने जिला स्तरीय बास्केटबॉल टूर्नामेंट में 2 स्वर्ण पदक जीते हैं, वह सभी बाधाओं को पार करने और अपने लिए अवसर पैदा करने का एक अनुकरणीय उदाहरण हैं। उसे मॉडलिंग और डांसिंग बहुत पसंद है। यह सभी के लिए गर्व का क्षण था जब उन्होंने किंग्स्टन कार्निवाल, लंदन में गुजरात संस्कृति का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कहा- “विश्वास करो कि कोई भी काम असंभव नहीं है अगर किसी में श्रद्धा और आत्मविश्वास हो”

आज आयुषी इंटीरियर डिजाइनिंग में अपना करियर बना रही हैं। प्रतिभाशाली होने के साथ-साथ आयुषी एक महत्वाकांक्षी कंटेंट क्रिएटर भी हैं, जो अपने शानदार डांस मूव्स के लिए लोकप्रिय हैं। शॉर्ट वीडियो ऐप जोश उनकी इस प्रेरक सफलता यात्रा का हिस्सा बनकर खुश है। साथ ही उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं भी देता है। एक प्लेटफॉर्म के तौर पर, जोश ऐप आयुषी जैसी युवा प्रतिभाओं को हमेशा से ही प्रोत्साहित करता है।

आज, केवल 10 महीनों में जोश पर 1.4 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स के साथ, आयुषी लगातार सबका दिल जीत रही हैं। उन्होंने हव्या गांधी, श्रद्धा डांगर, हेमंग दवे, मल्हार ठाकर, शीतल शाह, डेनिसा घूमरा, परीक्षित तमालिया, नक्षराज, यश सोनी, जानकी बॉडीवाला और कई जैसे मेगा कलाकारों के साथ कोलैबरेट किया है। इसका सभी श्रेय जोश को जाता है, धन्यवाद। वो कहती हैं- “अब जोश ऐप मेरी पहचान बन गया है, यह मेरे सभी सपनों को साकार कर रहा है। जोश क्रिएटर मैनेजर को मार्गदर्शन करने के लिए विशेष धन्यवाद”। आयुषी की कहानी हमें न केवल जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने के लिए बल्कि चुनौतियों से परे अपने सपनों को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रेरित करती है।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH