लखनऊ। पंजाब की रूपनगर जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी को यूपी लाने के लिए सीएम योगी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं लेकिन पंजाब सरकार इस काम में बार बार रोड अटका रही है। अब मुख्तार अंसारी की हिरासत मांगने वाली उत्तर प्रदेश सरकार की याचिका खारिज करने का अनुरोध करते हुए पंजाब सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि अनुच्छेद 32 के तहत सिर्फ एक ‘नागरिक’ ही मौलिक अधिकारों की बात लेकर शीर्ष अदालत जा सकता है राज्य इस प्रावधान का उपयोग नहीं कर सकता।
पंजाब सरकार ने कहा, ‘लेकिन, सबसे महत्वपूर्ण यह है कि सिर्फ नागरिकों को ही अनुच्छेद 32 के तहत राज्य कार्यपालिका और विधायिका की कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का अधिकार दिया गया है। राज्य को किसी भी सूरत में अनुच्छेद 32 के तहत शीर्ष अदालत जाने का अधिकार प्राप्त नहीं है।’
वहीँ, इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता को यह बताएं कि राज्य का गुनहगार आखिर किस कारण से पंजाब में संरक्षण पा रहा है? मुख्तार अंसारी का नाम लिए बिना बुधवार को विधानसभा में सीएम योगी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों और माफियाओं के लिए अब कोई जगह नहीं है। जो माफिया पहले की सरकार में बैठकर गौरव की अनुभूति करते थे, वही अब उत्तर प्रदेश में अपने अस्तित्व को बचाने के लिए जूझ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरी तरफ पंजाब की कांग्रेस सरकार उत्तर प्रदेश के माफियाओं पर मेहरबान है। उन्हें बचाने की कोशिश में लगी है, ऐसा करना न्यायपालिका के कार्य में हस्तक्षेप का अनैतिक प्रयास है।