लखनऊ। अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस तथा गरीबों के प्रति संवेदनशीलता योगी सरकार का पिछले पांच साल मूलमंत्र रहा है। दूसरी पारी में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी सिद्धांत को प्रशासन में आगे बढ़ाया है। जहाँ एक ओर गरीब कल्याण योजनाओं को नयी तेजी से लागू करना शुरू किया वहीं दूसरी ओर अपराधियों पर लगाम कसने में कोई कसर नही छोड़ी।
सरकार का प्रभाव इससे समझ में आता है कि पिछले एक पखवारे में लगभग 80 अपराधी आत्मसमर्पण कर चुके हैं। माफिया और अवैध कब्ज़ा किये लोगों में सरकार के बुल्डोज़र का खौफ है। इसी के परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि अवैध संपत्तियों का बुलडोजर चला के ध्वस्तीकरण करने की कार्रवाई सिर्फ पेशेवर माफिया,अपराधियों पर हो, और किसी गरीब की झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं चलेगा। प्रदेश में माफियाओ और अपराधियों द्वारा अवैध रूप से बनाई गई इमारतों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाई लगातार जारी है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गरीब की दुकान, मकान या झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं चलेगा, बल्कि यह सख्त कार्रवाई माफिया की अवैध संपत्ति पर की जाए।उन्होंने यह भी कहा है कि गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करने वालों पर त्वरित एक्शन लिया जाए। इस आदेश से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी कार्रवाई पर कोई शिकायत न आए।