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जेएनयू में उठी बाबरी मस्जिद बनाने की मांग, भाजप प्रवक्ता बोले- ‘बाबर पुत्र’ यूपी में दिखा, तो होगा तत्काल इलाज

यूपी। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी एक बार फिर से चर्चा में हैं। जेएनयू छात्र संघ में आयोजित एक कार्यक्रम में बाबरी मस्जिद दोबारा बनाने की मांग की गई। वहीं इस बयान को लेकर भाजपा की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। दरअसल बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि और बाबरी ढांचे के विध्वंस की बरसी के मौके पर जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष साकेत मून ने कहा था कि बाबरी मस्जिद का फिर से निर्माण कराया जाए।

भाजपा प्रवक्ता ने किया ट्वीट

भाजपा प्रवक्ता साकेत मून ने कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने भी माना कि बाबरी मस्जिद को गिराना गलत था तो फिर पूरी जमीन पर मंदिर बनाने का ही फैसला क्यों दिया गया। बता दें कि भाजपा प्रवक्ता और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने बाबरी मस्जिद के फिर से निर्माण की बात करने वालों को तत्काल इलाज देने की बात कही है।

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शलभमणि ने अपने एक ट्वीट में लिखा, “JNU का कोई “बाबर पुत्र” UP की तरफ मंडराता दिखे तो “तत्काल इलाज” के लिए तुरंत सूचित करें – जनहित में जारी !!”

जेएनयू के सुर्खियों में रहने को लेकर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस तरह की चीजें जेएनयू में हमेशा सिखाई जाती हैं। वहीं दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि बाबरी मस्जिद को दोबारा बनाने के बारे में सोचने की कोई हिम्मत भी आज कैसे कर सकता है।

लगे विवादित नारे

गौरतलब है कि 6 दिसंबर 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद तोड़ी गई थी। इस मौके पर बीते 6 दिसंबर को JNU छात्रसंघ ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था। जिसमें जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष साकेत मून समेत लेफ्ट संगठनों के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान ”नहीं सहेंगे हाशिमपुरा, नहीं करेंगे दादरी, फिर बनाओ, फिर बनाओ बाबरी” जैसे विवादित नारे भी लगाए गए।

वहीं साकेत मून ने कहा हाशिमपुरा और दादरी जैसी जगहों पर दंगे हुए। बाबरी में भी यही हुआ था। वहां अन्याय हुआ। इसे दोबारा बनाकर अन्याय को खत्म किया जा सकता है।

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