जिनेवा। भारत में जहां कोरोना जमकर कहर मचा रहा हैं वहीँ यूरोपीय देशों में इससे काफी हद तक निजात मिल गई है। बताया जा रहा है कि यूरोप में नए कोरोनावायरस संक्रमणों में 60 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। न्यूयॉर्क टाइम्स में डब्ल्यूएचओ के यूरोपीय निदेशक हैंस क्लूज ने कहा कि पूरे यूरोप में नए मामलों की साप्ताहिक संख्या अप्रैल के मध्य में 17 लाख थी जो पिछले सप्ताह घटकर करीब 6,85,000 तक पहुंच चुकी है।
क्लूज ने कहा कि, कोरोना को लेकर जैसे-जैसे नियमों में ढील दी जाती है, गर्मी की छुट्टियों के मौसम में सामाजिक समारोहों और यात्रा में वृद्धि होगी और इसके परिणामस्वरूप वायरस का अधिक ट्रांसमिशन हो सकता है। इसके अलावा यूरोपीय संघ के भीतर फैलने वाले घातक वैरिएंट चिंता का कारण बने हुए हैं। “यह प्रगति नाजुक है, हम यहां पहले भी रहे हैं।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि बी1617 वैरिएंट, जिसे पहले भारत में पहचाना गया था और जिसे डब्लूएचओ द्वारा चिंता का एक प्रकार माना गया है, अब यूरोपीय क्षेत्र के 26 देशों में फैल गया है। क्लूज ने कहा कि हालांकि संस्करण के अधिकांश मामले अंतरराष्ट्रीय यात्रा से जुड़े थे, लेकिन संस्करण का प्रसारण यूरोप के भीतर हो रहा था। उन्होंने कहा कि हम सही दिशा में जा रहे हैं, लेकिन एक ऐसे वायरस पर नजर रखने की जरूरत है।