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नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- आर्यन को किडनैप कर मांगी गई 25 करोड़ की फिरौती

मुंबईः महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मुंबई में आज सुबह 10 बजे नौवीं बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े और भाजपा नेता मोहित कंबोज पर गंभीर आरोप लगाते हुए फिर से हमला बोला है। नवाब मलिक ने कहा है कि एनसीबी के मुख्यालय पर बाहरी लोगों की एंट्री कैसे हो सकती है। क्रूज ड्रग्स केस पूरी तरह से फर्जी है। नवाब मलिक ने कहा है कि बाहरी कोई व्यक्ति किसी आरोपी को कैसे ले जा सकता है। किरण गोसावी नाम का शख्स आर्यन खान का बयान ले रहा था, जो खुद दूसरे मामले में आरोपी रह चुका है। उन्होंने कहा कि एनसीबी ने क्रूज ड्रग्स केस में 11 लोगों को हिरासत में लिया था। लेकिन इसमें तीन लोगों को क्यों छोड़ा।

मेरी पीसी के बाद वानखेड़े और कंबोज कब्रिस्तान में मिले थे

मलिक ने कहा कि छह अक्तूबर को मेरी पीसी हुई और सात अक्तूबर को वानखेड़े और कंबोज ओशिवारा के कब्रिस्तान में मिले। इनका नसीब अच्छा था कि उस दौरान सीसीटीवी बंद था। वानखेड़े साहब घबराहट में चले गए कि कोई उनका पीछा कर रहा है। वानखेड़े का एक ही खेल है कि ड्रग का धंधा चलता रहे और ड्रग माफिया को संरक्षण दिया जाए। इतना ही नहीं वानखेड़े फिल्म जगत के लोगों को डराकर हजारों करोड़ की उगाही के खेल में भी शामल हैं।

आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ की फिरौती मांगी गई

नवाब मलिक ने कहा कि साजिश के तहत आर्यन खान को किडनैप किया गया था। समीर वानखेड़े ने भाजपा नेता के साथ मिलकर फिरौती के लिए यह साजिश रची और छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी।

भाजपा नेता मोहित कंबोज के साथ मिलकर उगाही का धंधा करता है वानखेड़े

नवाब मलिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने भाजपा नेता मोहित कंबोज की मदद से साजिश रची। मोहित कंबोज पहले भी उगाही का काम करता था। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहित कंबोज पर 1100 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी का आरोप था। वो पहले कांग्रेस नेताओं के पीछे-पीछे था, लेकिन सरकार बदलने के बाद वो भाजपा का करीबी बन गया। मलिक ने कहा कि मोहित कंबोज की समीर वानखेड़े से गहरी दोस्ती है।

दोनों मिलकर उगाही का धंधा चलाया। दोनों ने ही साजिश के तहत आर्यन खान को किडनैप किया था। उन्होंने कहा कि आर्यन खान ने क्रूज पार्टी की टिकट नहीं खरीदी, बल्कि प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला ही उन्हें वहां लाए थे। यह एक तरह से अपहरण और फिरौती का मामला है।

 

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