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कोविड के उपचार में उपयोगी जीवनरक्षक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें अधिकारी: सीएम योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोविड संक्रमण के दृष्टिगत टीम-9 के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया है प्रदेश में ट्रेसिंग, टेस्टिंग, त्वरित ट्रीटमेंट और टीकाकरण की प्रक्रिया तीव्र गति से संचालित है।एक्टिव केस की कुल संख्या वर्तमान में 25,974 है। इनमें 25,445 लोग होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह संक्रमण वायरल फीवर की तरह है, लेकिन संक्रमण की रोकथाम हेतु सभी एहतियात अवश्य बरते जाएं।

उन्होंने कहा कि कोविड की बदलती परिस्थितियों को देखते हुए प्रदेश के सभी जनपदों में रात्रि 10 बजे से प्रातः 06 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू प्रभावी किया जाए। इसके अतिरिक्त, सभी शिक्षण संस्थानों में आगामी 16 जनवरी तक भौतिक रूप से पठन-पाठन स्थगित रखा जाए। टीके की उपयोगिता को देखते हुए जल्द से जल्द सभी पात्र लोगों का वैक्सीनेशन किया जाए। माध्यमिक विद्यालयों में विशेष शिविर लगाए जाएं। 15 जनवरी तक 15-18 आयु वर्ग के 100 फीसदी किशोरों को टीके की पहली डोज जरूर प्राप्त हो जाए।

सीएम योगी ने कहा कि सावधानी और सतर्कता ही कोविड नियंत्रण का आधार है। संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। मास्क का प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन इत्यादि से इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। निगरानी समितियां और इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर्स को पूर्णतः सक्रिय किया जाए। होम आइसोलेशन, निगरानी समितियों से संवाद, एम्बुलेंस की जरूरत और टेली-कंसल्टेशन के लिए पृथक नंबर जारी किए जाएं। आवश्यकतानुसार लोगों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाए। कोविड के उपचार में उपयोगी जीवनरक्षक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए।

उन्होंने आगे कहा कि यूपी सरकार द्वारा 15 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन दिया जा रहा है। यदि किसी के पास राशन कार्ड भी नहीं है, तो उन्हें दोनों समय फूड पैकेट उपलब्ध कराए जाएं। कोविड के पिछले अनुभवों के आधार पर सामुदायिक भोजनालयों का संचालन शुरू कराया जाए:निराश्रित बुजुर्गों व लोगों, दिव्यांगजनों पर विशेष ध्यान दिया जाए।ऐसे व्यक्ति यदि संक्रमित होते हैं तो उनके साथ पूर्ण संवेदनशीलता का भाव रखते हुए पुलिस, राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की टीम इनके समुचित इलाज, भोजन आदि की व्यवस्था करें।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH