लखनऊः Ola Electric (ओला इलेक्ट्रिक) के सीईओ भाविश अग्रवाल ने सोशल मीडिया ट्विटर पर ओला की आनेवाली इलेक्ट्रिक कार की टीजर तस्वीर साझा की है। यह इलेक्ट्रिक कार आगामी ओला ई-कार के लिए एक डिजाइन कॉन्सेप्ट की तरह दिखती है जो एक स्टाइलिश बैटरी-इलेक्ट्रिक हैचबैक कार होगी। लेटेस्ट टीजर तस्वीर ओला के सीईओ द्वारा सोमवार को यह संकेत दिए जाने के बाद आई है कि राइड-शेयरिंग स्टार्टअप से ईवी निर्माता बनी कंपनी जल्द ही एक इलेक्ट्रिक कार लाएगी।
अग्रवाल ने एक ट्वीट का जवाब देते हुए सोमवार को लिखा कि जिस व्यक्ति ने टाटा नेक्सन ईवी और ओला एस1 ई-स्कूटर खरीदा है, वह अगली बार ओला इलेक्ट्रिक कार खरीदे। भाविश अग्रवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, “अगली कार बदलें तो वह ओला इलेक्ट्रिक कार होनी चाहिए।”
राइड-शेयरिंग सर्विस एग्रीगेटर स्टार्टअप ने कई वर्षों से भारतीय बाजार में खुद को स्थापित करने के बाद पिछले साल ईवी निर्माण कारोबार में एंट्री की है। इसने Ola S1 और S1 Pro इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च किए, जो भारत में बने हैं और उन्हें काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। अब, कंपनी का लक्ष्य इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में भी फायदा कमाना है।
ओला के सीईओ ने पहले संकेत दिया था कि कंपनी 2023 तक अपनी इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने के लिए कमर कस रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ओला इलेक्ट्रिक के एक अधिकारी ने कहा कि इलेक्ट्रिक कार के लिए काम गंभीरता से चल रहा है और भाविश अग्रवाल द्वारा जारी की गई टीजर तस्वीर कॉन्सेप्ट कार की है।
अधिकारी ने आगे कहा, “मौजूदा Futurefactory (फ्यूचरफैक्ट्री) दोपहिया वाहनों के लिए है। हमारे चार पहिया वाहनों को एक अलग Futurefactory की जरूरत होगी। आज का ट्वीट मौजूदा समय में चल रहे चार पहिया वाहनों के डिजाइन के टीजर की तर्ज पर है।”
ओला इलेक्ट्रिक कार के बारे में बोलते हुए भाविश अग्रवाल ने पहले भी कहा था कि ओला की पहली इलेक्ट्रिक कार 2023 में आएगी और इस प्रोजेक्ट को जापान का सॉफ्टबैंक ग्रुप सपोर्ट करेगा। उन्होंने आगे जोर दिया कि कंपनी का लक्ष्य भारत को एक वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन केंद्र बनाना है। हालांकि, ओला ने अभी तक अपनी आनेवाली इलेक्ट्रिक कार के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी है।
ओला इलेक्ट्रिक कार के तमिलनाडु में ईवी निर्माता के प्लांट में बनने की संभावना है। इस मैन्युफेक्चरिंग प्लांट को इस समय इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए दुनिया के सबसे बड़े प्लांट के रूप में दावा किया जा रहा है।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमत, आईसीई वाहनों की तुलना में ईवी के लिए स्वामित्व की कम लागत, उत्सर्जन प्रतिबंधों को कड़ा करने और ग्लोबल वार्मिंग में योगदान देने वाले वाहनों के उत्सर्जन के बारे में बढ़ती चिंता के कारण देश में इलेक्ट्रिक वाहनों में बड़ी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
इस बीच, ओला ने हाल ही में अपनी नई इकाई Ola Cars (ओला कार्स) के तहत भारत में सेकंड हैंड कारों की बिक्री के कारोबार में एंट्री की है। कंपनी की यह इकाई भारत के कई शहरों में पुरानी कारों की बिक्री करता है।