हैदराबाद। रामानुजाचार्य सहस्राब्दी समारोह के मौके पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी पहुंचकर श्री रामानुजाचार्य को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर आरएसएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी उनके साथ थे। बता दें कि संत रामानुजाचार्य की 12 दिवसीय 1000वीं जयंती के उपलक्ष्य में श्री रामानुज सहस्राब्दी समारोह हैदराबाद में भव्य तरीके से आयोजित किया जा रहा है।
शिवराज सिंह चौहान ने आज आयोजन स्थल का दौरा करने के बाद कहा कि चिन्ना जियार स्वामी के भारत ही नहीं दुनिया भर में लाखों-करोड़ों शिष्य हैं। उन्होंने कहा कि संत और क्रांतिकारी रामानुज ने लगभग 1,000 साल पहले सभी को समानता, सम्मान और शांति का उपदेश दिया था। जातिवाद को भी उन्होंने समाप्त करने का काम किया। इस प्रकार के महापुरुषों के स्मारक लोगों को सालों तक काम करने की चेतना और उत्साह देते हैं।
आपको बता दें कि रामानुजाचार्य 11वीं शताब्दी के एक भारतीय हिंदू धर्मशास्त्री और समाज सुधारक थे. उन्होंने उपदेश में कहा था कि भक्ति, सारनागती और अन्य सेवाओं के माध्यम से भगवान तक पहुंचा जा सकता है. उनकी 1000वीं जयंती के उपलक्ष्य में, श्री रामानुज सहस्रब्दि के उत्सव के लिए सभी तरह के प्रबंध किए गए हैं। जबकि 13 फरवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मंदिर के अंदर 120 किलोग्राम सोने की मूर्ति का अनावरण करेंगे. इसका परिसर 200 एकड़ से अधिक जमीन पर फैला हुआ है. इसे लेकर वैष्णव संप्रदाय के मौजूदा आध्यात्मिक प्रमुख श्री चिन्ना जियार स्वामी ने कहा, इस प्रोजेक्ट को स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी बोलते हैं. इसका संकल्प साल 2013 में हुआ था।