लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को बस्ती में कोविड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर की व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को अहम निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में हमने प्रारंभ से ही ‘ट्रेस, टेस्ट एंड ट्रीट’ के फॉर्मूले को अंगीकार करते हुए एग्रेसिव कैंपेन चलाया है। इसका परिणाम है कि प्रदेश में अब तक 4.80 करोड़ कोविड-19 टेस्ट किए जा चुके हैं। कोविड टेस्ट की यह संख्या देश में सर्वाधिक है। आज हमारे पास 80,000 से अधिक ICU और आइसोलेशन के बेड्स हैं। प्रदेश में प्रतिदिन लगभग 3.50 लाख कोविड टेस्ट किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में हमारे सामने तमाम चुनौतियां थीं। अचानक मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बढ़ी। हर जनपद ऑक्सीजन में आत्मनिर्भर हो, इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है। प्रत्येक जनपद में केन्द्र व प्रदेश सरकार के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है: हमने कोविड प्रबंधन से पॉजिटिविटी दर कम की है। साथ ही, रिकवरी रेट 95 फीसदी से अधिक है।
सीएम ने कहा कि प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या सर्वाधिक 3.10 लाख तक गई थी, जो आज घटकर सिर्फ 58,000 रह गई है। 24 अप्रैल को 38,000 से अधिक पॉजिटिव केस आए थे। बीते 24 घंटों में कोविड के सिर्फ 3,200 पॉजिटिव केस आए हैं। थर्ड वेव के साथ-साथ इंसेफेलाइटिस पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पूरी टीम प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। हमारे लिए थर्ड वेव दो प्रकार से चुनौतीपूर्ण होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहला, बच्चों की दृष्टि से कोविड संक्रमण खतरनाक हो सकता है। दूसरा, इंसेफेलाइटिस, मलेरिया, डेंगू व अन्य बीमारियों की दृष्टि से पूर्वी उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और बस्ती कमिश्नरी काफी संवेदनशील है। इसमें हमने प्राथमिकताएं भी तय की हैं। 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों हेतु ‘अभिभावक स्पेशल’ बूथ बनाए जाएंगे। न्यायिक अधिकारियों व मीडियाकर्मियों के लिए अलग से बूथ की व्यवस्था की जा रही है।