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पाक आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर बोले- हम हिंदुओं से अलग, कलमे की बुनियाद पर बना पाकिस्तान

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने इस्लामाबाद में विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को संबोधित करते हुए हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगला है। असीम मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान की कहानी अपने बच्चों को जरूर सुनाएं। जिससे वे पाकिस्तान की कहानी को न भूलें। इस दौरान उन्होंने हिंदुओं के प्रति अपनी नफरत को एक बार फिर से जाहिर किया। असीम मुनीर ने कहा कि, “हमारे पूर्वजों ने सोचा कि हम जीवन के हर मुमकिन पहलू में हिंदुओं से अलग हैं. हमारे धर्म, हमारे रीति-रिवाज, हमारी परंपराएं, हमारे विचार, हमारी महत्वाकांक्षाएं अलग-अलग हैं।

उन्होंने कहा कि, “यहीं से दो-राष्ट्र सिद्धांत की नींव रखी गई. हम दो राष्ट्र हैं, हम एक राष्ट्र नहीं हैं।” पाक सेना प्रमुख ने कहा कि, ‘इसी दो कौमी नजरिये को ध्यान में रखकर हमारे पूर्वजों ने संघर्ष किया, लगातार संघर्ष किया और इस मुल्क को बनाया। इस मुल्क के लिए कुर्बानियां दीं।

विदेशों में काम करने वाले पाकिस्तानियों के बारे क्या बोले मुनीर?

जनरल असीम मुनीर ने विदेशों में काम करने वाले पाकिस्तानियों को लेकर कहा कि, “जिस तरह आप अपने मुल्क के लिए योगदान दे रहे हैं, पैसे भेजकर, अलग-अलग तरह से निवेश कर रहे हैं, इससे ये पता चलता है कि आप अपने मुल्क से कितनी मोहब्बत करते हैं।’ पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर ने कहा कि, ‘जो ओवरसीज हैं वो एक अलग तहजीब में रहते हैं, लेकिन आप ये कभी मत भूलिए कि आप एक सुपीरियर आइडियोलॉजी से ताल्लुक रखते हैं।

और क्या बोले असीम मुनीर?

इसके साथ ही असीम मुनीर ने भावुक अंदाज में कहा कि, “मेरे भाई-बहन, बेटे-बेटियों मेहरबानी करके पाकिस्तान की इस कहानी को कभी मत भूलना। इसे अपनी आने वाली पीढ़ियों को जरूर बताना। जिससे वह पाकिस्तान के साथ अपने जुड़ाव को महसूस कर सकें। यह कभी कमजोर न हो, चाहें यह तीसरी पीढ़ी हो, चौथी पीढ़ी हो या फिर पांचवीं पीढ़ी. वे जानें कि पाकिस्तान उनके लिए क्या है।

पाक सेना प्रमुख ने कहा कि, ‘पाकिस्तान कलमे की बुनियाद पर बना है। आजतक इंसानियत के इतिहास में सिर्फ दो रियासतें हैं जो कलमे की बुनियाद पर बनी हैं। पहली रियासत-ए-तैयबा. जिसे आज मदीना कहा जाता है और दूसरी रियासत वो जिसे उसके 1300 साल के बाद अल्लाह ने आपकी (पाकिस्तान) बनाई है, कलमे की बुनियाद के ऊपर।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH