नई दिल्ली। हाईकोर्ट ने 2002 में हुए नरोदा पाटिया नरसंहार केस माया कोडनानी को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने शुक्रवार को माया को बरी कर दिया है। वहीं बाबू बजरंगी को दोषी करार देते हुए 21 साल की सजा सुनाई है।
नरोदा पाटिया केस में कोर्ट ने कहा कि पुलिस ने ऐसा कोई गवाह पेश नहीं किया है जिसने माया कोडनानी को कार के बाहर निकलकर भीड़ को उकसाते देखा हो।
अदालत के मुताबिक जिन 11 लोगों ने माया के खिलाफ बयान दिया था उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि देर से केस शुरु होने की वजह से माया बरी हो गईं। आपको बता दें कि 2012 में विशेष अदालत ने बाबू बजरंगी समेत 32 लोगों को इस मामले में दोषी पाया था।