नई दिल्ली। समाज में लड़कियों के जो हालात बने हुए है, उसके लिए शायद कोई शब्द नहीं बचा है। कल्पना करने में ही घिन आती है कि मंदिर-मदरसों में बलात्कार हो रहे हैं। एक तरफ भारत को मां कहते हैं, दूसरों से कहलवाते हैं और दूसरी तरफ उसी मां के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं। कठुआ, उन्नाव, आसाराम और अब एक और बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। राजनीती करने वाले पीड़िता और आरोपी का धर्म देखेंगे लेकिन हम आपको आरोपी की हैवानियत और पीड़िता का दर्द बताएंगे। ख़बर देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद से है। यहां 21 अप्रैल को एक 11 साल की लड़की घर से निकलती है। उसे एक मौलवी और एक नाबालिग लड़का मदरसे में कैद कर लेते हैं और उसके साथ कई बार दुष्कर्म करते हैं।
पूरी घटना के अनुसार 21 तारीख़ को दिल्ली के गाजीपुर में रहने वाली 11 साल की एक लड़की अचानक गायब हो गई। घरवालो ने खोजबीन की पर कोई सुराग नही मिला। इसके बाद सूचना गाजीपुर पुलिस को दी गई। पुलिस ने लड़की की लोकेशन खंगाली तो पता चलता है कि लड़की साहिबाबाद के एक मदरसे में है। इसके बाद उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस ने मिलकर छापेमारी की और मदरसे से मौलवी और नाबालिग लड़के को धर लिया। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पीड़ित लड़की ने बताया कि मौलवी और एक लड़के ने उसके साथ कई बार रेप किया। रेप के बाद वो लोग उसे एक कमरे में बंद कर देते थे। इस कमरे से उसकी आवाज़ बाहर नहीं जाती थी और कोई उसकी मदद के लिए नहीं आता था। दुष्कर्म की हैवानियत इस बात से पता चलती है कि जब पुलिस पीड़िता को छुड़ाने के लिये मदरसे पहुंची तो लड़की के शरीर पर मात्र एक कपड़ा था और वो फर्श पर बेहोश पड़ी थी।
कहीं बाबा तो कहीं मौलवी, कहीं मंदिर तो कहीं मदरसा, हर बार ये दुष्कर्मी हर मज़हब को, हर पवित्र जगह को शर्मसार करते हैं। लेकिन दुःख की बात ये है कि लोगों को ये तो दिख जाता है लेकिन किसी मासूम की जिंदगी किस तरह बर्बाद हुई है, ये नहीं दिख पाता।