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देश का ये बड़ा ग्रुप घोषित हो सकता है दिवालिया, ICICI बैंक ने कोर्ट में की अपील

निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक ICICI बैंक के बोर्ड की आज बैठक होनी है। इस बैठक में वित्त वर्ष 2017-18 के वार्ष‍िक नतीजों को मंजूरी देने समेत कई अहम मुद्दों पर बात होने की संभावना है।  वीडियोकॉन ग्रुप के संस्थापक वेणुगोपाल धूत को दिए लोन को लेकर उठे विवाद के बीच हो रही इस बैठक में इस पर चर्चा होना तय माना जा रहा है।

ICICI बैंक के साथ लोन डिफॉल्ट मामले के बाद से वीडियोकॉन ग्रुप पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. अब वीडियोकॉन ग्रुप की दूसरी कंपनियों पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है।वीडियोकॉन की इन कंपनियों पर बैंकों का करीब 13000 करोड़ रुपए बकाया है। भरपाई करने के लिए बैंको ने यह कदम उठाया है। हालांकि, बैंकों के इस एक्शन से कंपनियों के पास कॉम्प्रिहेंसिव रेज्यूलेशन प्लान तैयार करने का मौका होगा।

चंदा कोचर पर वीडियोकॉन ग्रुप को 4000 करोड़ रुपये का लोन देने के मामले में कथित ‘भाई-भतीजावाद’ दिखाने और हितों के टकराव के आरोपों को लेकर उंगली उठी है। आईसीआईसीआई बैंक और वीडियोकॉन ग्रुप के निवेशक अरविंद गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख कर बैंक के ऋण देने के तौर तरीकों पर सवाल उठाया था।   उन्होंने चंदा कोचर पर वेणुगोपाल धूत के वीडियोकॉन कारोबारी समूह को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया हैं।

ICICI बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को नोटिस भेजा है. बैंक की ICICI मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर साल 2012 में वीडियोकॉन ग्रुप को 3 हजार 250 करोड़ रुपए लोन देने के मामले में सवालों के घेरे में हैं।

वीडियोकॉन ग्रुप की जिन कंपनियों के खिलाफ दिवालिया कोर्ट में याचिका दायर की है, उनमें सेंचुरी एप्लायंसेज, वैल्यू इंडस्ट्रीज, ट्रेंड इलेक्ट्रॉनिक्स, स्काई एप्लायंसेज और पीई इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं। ये वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी हैं. ये कंपनियां कन्ज्यूमर गुड्स की मैन्युफैक्चरिंग, सेल और डिस्ट्रीब्यूशन से जुड़ी हैं।

वेणुगोपाल धूत ने एसबीआई पर आरोप लगाया था। उनके मुताबिक, एसबीआई ने छोटे बदलाव का बहाना करके मूल याचिका में कई बदलाव किए हैं. धूत ने इस आधार पर एसबीआई की ऑरिजिनल एप्लिकेशन को गलत बताते हुए मामला खारिज करने की दलील दी थी।

 

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