बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन केक काटकर बर्थडे मनाने का विरोध किया साथ ही उन्हें वर्थडे पर Happy Birthday गाने से भी नाराजगी है। उनका मानना है कि केक काटकर और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाना देश की सभ्यता नहीं है। ‘बिग बी’ ने कुछ ही घंटे पहले माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखी पोस्ट में कहा कि ‘हैप्पी बर्थडे’ मनाने की परम्परा अंग्रेज़ हमारे देश में छोड़ गए थे, लेकिन हिन्दुस्तानी आज तक उसके गुलाम बने हुए हैं।
T 2816 – अंग्रेज़ Happy Birthday की प्रथा छोड़ गए और हम अभी भी उसके ग़ुलाम हैं ! ये cake क्यूँ ? ये candle क्यूँ ? ये फूँक कर बुझाना क्यूँ ? हमारी सभ्यता में दीप प्रज्वलित करते हैं ; ये उसे फूँक कर बुझाने को कहते हैं ! और ये गाना क्यूँ ! ये गाइए : वर्ष नव, हर्ष नव …
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) May 24, 2018
अमिताभ बच्चन को केक काटे जाने और विशेष रूप से मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाने से आपत्ति है, क्योंकि उनके मुताबिक भारतीय संस्कृति में दीपों को प्रज्वलित किया जाता है, उन्हें फूंककर बुझाया नहीं जाता। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि भारतीय लोग जन्मदिन के मौके पर अंग्रेज़ी गीत ‘Happy birthday to you’ क्यों गाते हैं?
T 2816 – https://t.co/OtIRSAXVqe .. Babuji की का ये गीत , हर जन्म दिवस पे गया जाता है हमारे घर में ; ये "Happy Birthday to you" गीत क्यूँ ? pic.twitter.com/Bxnxwtfv2O
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) May 24, 2018
उन्होंने जन्मदिन के अवसर पर गाने के लिए एक गीत का सुझाव भी दिया। अमिताभ बच्चन ने सलाह दी है कि भारतीयों को यह गीत गाना चाहिए, “वर्ष नव, हर्ष नव”। उन्होंने ट्विटर पर बताया कि यह उनके पिता तथा जाने-माने कवि हरिवंशराय बच्चन का लिखा गीत है, जो हर जन्मदिन पर उनके परिवार में गाया जाता है।