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जानें सर्जिकल स्ट्राइक का हीरो अब कहां है और क्या कर रहा है…

नई दिल्ली। 28-29 सितम्बर 2016 का वो दिन भला कौन भूल सकता है जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। भारत सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान के लगभग 50 आतंकी मारे गए थे। वो समय हर भारतीय के लिए गर्व करने का था। इस मिशन को अंजाम देने के बाद सेना की खूब वाहवाही हुई थी। ये मिशन मोदी सरकार की शानदार उपलब्धियों में से एक माना जाता है। लेकिन सेना का ये मिशन यानी कि सर्जिकल स्ट्राइक बोलने में जितना आसान लगता है, असल में ये उतना ही खतरनाक मिशन था। इसके लिए सेना के 25 पैरा कमांडोज को खतरनाक ट्रेनिंग दी गई थी। उन्हें हर तरह के खतरे से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया था, ताकि वो बिना जानमाल का नुकसान हुए दुश्मनों का खात्मा कर सकें।
इस ऐतिहासिक ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने में लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी।

हाल ही में उन्हें सेना की सबसे महत्वपूर्ण जम्मू कश्मीर स्थित उत्तरी कमान के प्रमुख का कार्यभार दिया गया है। उन्होंने ही मीडिया के सामने आकर डीजीएमओ के तौर पर सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी दी थी। सेना की नौ डोगरा के लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह उत्तरी कमान के नए कमांडर के तौर पर खासकर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कमान संभाले हुए हैं. 2016 में पीओके में हुई सर्जिकल स्ट्राइक की मीडिया को जानकारी जनरल रणबीर सिंह ने ही दी थी जिसके बाद मीडिया में डीजीएमओ के तौर पर उनकी काफी चर्चा हुई।

जब रणबीर सिंह बहुत छोटे थे तभी उनके पिता का साया उनके सिर से उठ गया था। बचपन से ही उनका सपना सेना में जाने का था। उनके चाचा मनमोहन सिंह ने उनका लालन-पालन किया जो कि भारतीय सेना में कर्नल थे। जालंधर में पैदा हुए रणबीर सिंह ने ने प्रारंभिक शिक्षा कपूरथला के सैनिक स्कूल की। उसके बाद 1980 में भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के लिए चुने गए। उनकी पहली पोस्टिंग 9 डोगरा रेजीमेंट में हुई। डीजीएमओ के बाद लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह को प्रमोशन देकर स्ट्राइक 1 कोर का कमांडर बनाया था।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH