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BRICS GOA: पीएम मोदी समेत अन्य राष्ट्रा्ध्यक्ष पंहुचे गोवा

ब्रिक्स सम्मेलन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गोवा एयरपोर्ट पर घना कोहरा, व्लादिमीर पुतिन, आतंकवाद के खिलाफ मुहिमbrics goa 2016 logo
ब्रिक्स सम्मेलन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गोवा एयरपोर्ट पर घना कोहरा, व्लादिमीर पुतिन, आतंकवाद के खिलाफ मुहिम
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मोदी ने रूसी भाषा में किया पुतिन का ‘वेलकम’

गोवा। ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य राष्ट्राध्यक्ष गोवा पहुंच चुके हैं। आज सुबह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी गोवा पहुंच गए हैं। हालांकि गोवा एयरपोर्ट पर छाए घने कोहरे के चलते उनका विमान कुछ देरी से पहुंचा। पुतिन के भारत आगमन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारत में उनका स्वागत है। उन्होंने रूसी भाषा में भी ट्वीट किया है।

रूस को विश्वास में लेगा भारत

इस दौरान भारत की कोशिश आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम में ज्यादा से ज्यादा समर्थन जुटाने को होगी। मोदी और पुतिन की द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत की ओर से रुस को भरोसा दिलाया जा सकता है कि अमेरिका के साथ भारत के रिश्तों से मास्को के साथ दोस्ती पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। बता दें कि पिछले दिनों पाकिस्तान और रुस के बीच साझा युद्ध अभ्यास हुआ था। ऐसे में विपक्षी दलों द्वारा सरकार की विदेश नीति में रुसी हितों की अनदेखी का आरोप लगाया गया था।

राष्ट्रपति टेमर ने किया पुर्तगाली भाषा में ट्वीट

ब्रिक्स सम्मलेन में ब्राजील के बतौर राष्ट्रपति पहली बार हिस्सा ले रहे माइकल टेमर ने ट्वीट कर इस सम्मेलन से काफी जताई है। उन्होंने पुर्तगाली भाषा में ट्वीट कर कहा है कि यह सम्मेलन में भारत में ब्राजील की कंपनियों की राह खोलेगा। साथ ही इस सम्मेलन से दाेनों देशों के बीच व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।

आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर होगी चर्चा

आज से शुरू हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इस दौरान भारत और रूस के बीच करीब 39 हजार करोड़ रुपये के 18 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। रक्षा क्षेत्र में होने वाले यह सभी समझौते भारत के लिए काफी अहम माने जा रहे हैंं। इन समझौतों से भारत की सैन्य क्षमता में काफी इजाफा होगा।

पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था

गोवा में आज से शुरू होने वाले ब्रिक्स सम्मेेलन को देखते हुए सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध किए गए हैं। काफी संख्या में सुरक्षाबलों को यहां पर तैनात किया है। ब्रिक्स सम्मलेन की ओर जाने वाले रास्तों पर इसके सदस्य देशों के झंडे सड़क के दोनों ओर लगाए गए हैं। वहीं हमले की आशंका के मद्देनजर समुद्री तट पर सेना के जवानों और एंटी एयरक्राफ्ट गन को लगाया गया है। इस पूरे इलाके पर सुरक्षाबलों की कड़ी निगाहें लगी हैं। वहीं एसपीजी, एनएसजी के दस्तों को भी इस काम में लगाया गया है।

इस बार कमल है ब्रिक्स का निशान

इसमें हिस्सा लेने के लिए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पहले से ही वहां पर मौजूद हैं। इस बार कमल के फूल को ब्रिक्स सम्मलेन का निशान (Logo) बनाया गया है। इसमें अलग-अलग रंग भरे गए हैं। गौरतलब है कि ब्रिक्स के सदस्य देशों में भारत के अलावा ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल है। इस बार ब्रिक्स के इस निशान में सभी देशों को अलग अलग रंग देने की कोशिश की गई है।

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