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एशियाई खेल : सब पर भारी रहा है चीन

नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)| एशियाई खेलों की शुरुआत 1951 में हुई थी। 1974 में इसमें पहली बार शामिल होने वाला चीन ने अब तक हुए इन खेलों के 17 संस्करणों में से 11 में ही हिस्सा लिया है लेकिन उसके नाम सबसे अधिक पदक हैं।

चीन के बाद जापान और फिर दक्षिण कोरिया का स्थान है। ये तीनों देश 2000 से अधिक पदक जीत चुके हैं। जापान अब तक के सभी संस्करणों में हिस्सा ले चुका है, जबकि कोरिया 1954 के बाद के सभी संस्करणों में शामिल रहा है।

चीन ने बीते 11 संस्करणों में कुल 2,976 पदक जीते, जिसमें 1,355 स्वर्ण, 928 रजत और 693 कांस्य पदक शामिल हैं। ऐसा नहीं है कि एशियाई खेलों में आने के साथ ही चीनी वर्चस्व कायम हो गया था। 1974 में चीन जब पहली बार एशियाई खेलों में आया था, तब जापान और कोरिया और काफी हद तक ईरान का दबदबा था।

1974 के तेहरान एशियाई खेलों में चीन ने पदार्पण करते हुए 33 स्वर्ण पदकों सहित कुल 106 पदक जीते थे। वह तीसरे स्थान पर था। दूसरी ओर जापान ने 75 स्वर्ण पदकों के साथ पहले स्थान पर था। अपनी मेजबानी में उस साल ईरान ने 36 स्वर्ण पदकों के साथ पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया था। दक्षिण कोरिया 16 स्वर्ण पदक के साथ चौथे स्थान पर था।

पदार्पण के साथ ही चीन ने पदकों का शतक पूरा किया था। तेहरान में उसके अलावा जापान ही ऐसा कर सका था। इसके बाद, 1978 के बैंकॉक एशियाई खेलों में चीन 51 स्वर्ण के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया। जापान हालांकि 70 स्वर्ण के साथ पहले स्थान पर रहा।

चीन ने नई दिल्ली में 1982 में हुए एशियाई खेलों में तालिका में 61 स्वर्ण के साथ पहला स्थान हासिल किया और इन खेलों में जापान का वर्चस्व खत्म किया। इसके बाद चीन ने पीछे मुड़ के नहीं देखा। 1986 में सियोल में उसने 94 स्वर्ण पदक जीते। यहां वह पहली बार 200 पदकों के पार गया।

इसके बाद चीन ने 1990 में अपनी मेजबानी में कुल 183 स्वर्ण जीते और फिर लगातार सात मौकों पर स्वर्ण पदकों का शतक लगाया। ग्वांगझू में उसने एक बार फिर अपनी मेजबानी में 199 स्वर्ण जीतकर कीर्तिमान स्थापित किया।

चीन के बाद एशियाई खेलों में जापान का दबदबा रहा। उसने कुल 2,858 पदक जीते हैं, जिसमें 957 स्वर्ण, 990 रजत और 911 कांस्य पदक शामिल हैं। इसके बाद तीसरे स्थान पर काबिज दक्षिण कोरिया ने 697 स्वर्ण, 598 रजत और 753 कांस्य पदकों के साथ कुल 2,048 पदक हासिल किए हैं।

इस तालिका में चौथे स्थान पर काबिज ईरान ने पहले संस्करण से ही एशियाई खेलों में हिस्सा लिया। हालांकि वह 1958, 1962 और 1978 में इन खेलों का हिस्सा नहीं बन पाया था। उसने कुल 480 पदक हासिल किए हैं, जिसमें 149 स्वर्ण, 151 रजत और 180 कांस्य पदक शामिल हैं।

भारत इस तालिका में पांचवें स्थान पर है। वह कुल पदकों की संख्या में भले ही ईरान से आगे है, लेकिन स्वर्ण पदकों की तुलना में ईरान से केवल 10 पदक पीछे है।

भारत ने एशियाई खेलों में कुल 617 पदक हासिल किए हैं, जिसमें 139 स्वर्ण, 177 रजत और 298 कांस्य पदक शामिल हैं। उसे सबसे अधिक स्वर्ण पदक एथलेटिक्स में हासिल हुए हैं।

शीर्ष-10 में की सूची में छठे स्थान पर शामिल कजाकिस्तान ने सोवियत संघ से अलग होने के बोद 1994 में एशियाई खेलों में पदार्पण किया था। उसने अब तक कुल 481 पदक जीते हैं, जिसमें 138 स्वर्ण, 142 रजत और 201 कांस्य पदक शामिल हैं। स्वर्ण पदकों की तुलना में कजाकिस्तान पांचवें स्थान पर काबिज भारत से केवल एक पदक पीछे है।

सूची में सातवें स्थान पर काबिज थाईलैंड के पास कुल 411 पदक हैं। इसमें 91 स्वर्ण, 121 रजत और 199 कांस्य पदक शामिल हैं वहीं चीन के साथ साल 1974 में एशियाई खेलों में पदार्पण करने वाले उत्तर कोरिया देश ने 85 स्वर्ण, 120 रजत और 156 कांस्य पदकों को मिलाकर कुल 361 पदक जीते और नौवां स्थान हासिल किया।

कुल 365 पदकों के साथ 10वें स्थान पर काबिज ताइवान के हाथों 68 स्वर्ण, 100 रजत और 195 कांस्य पदक लगे हैं।

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