नई दिल्ली। बाढ़ से तबाह हुए केरल की मदद के लिए हर ओर से हाथ बढ रहे हैं। भारत सरकार ने अलावा कई राज्यों ने केरल को आर्थिक मदद दी है। हालांकि सरकार की ओर से जितनी मदद केरल को जारी हुई है वह नाकाफी है क्योंकि वहां बड़े पैमाने पर जान-माल का नुक्सान हुआ है। 45 हजार हेक्टर से ज्यादा फसल केरल में बर्बाद हुई है। 25 हजार से ज्यादा मकान, 45 हजार से ज्यादा पशु और 2 लाख पोल्ट्री नष्ट हो चुकी हैं। अनुमान है कि केरला में करीब 20 हजार करोड़ रु का नुक्सान हुआ है। अब केरल की मदद के लिए एक मुस्लिम देश ने हाथ आगे बढ़ाया है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) बाढ़ से बर्बाद हुए केरल को 10 करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद देने की पेशकश की है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने बाढ़ प्रभावित राज्य केरल के पुनर्निर्माण के लिए 10 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता की प्रतिबद्धता जताई है। विजयन ने मीडिया को बताया कि यूएई, जहां हजारों की संख्या में केरल के लोग रहते हैं, ने प्रधानमंत्री मोदी को सूचित किया है कि वह केरल को 10 करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद देगा।
उन्होंने कहा, “एक नया केरल बनाया जाना जरूरी है। आज की कैबिनेट बैठक में केंद्र को विस्तृत सूची भेजने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए कोष जरूरी है। यह केंद्र और अन्य एजेंसियों के अलावा विभिन्न स्रोतों के माध्यम से प्राप्त किया जाएगा।” उन्होंने कहा, “केरल के प्रवासी हमारे लिए मदद का एक बड़ा स्रोत हैं। चूंकि उन्होंने मध्य पूर्व में जबरदस्त काम किया है, इसलिए इससे हमें सरकारों के बीच अच्छे संबंध बनाने में मदद मिली है।”