नई दिल्ली। रूस में भारत, पाकिस्तान, चीन, रूस और शंघाई कॉरपोरेशन में शामिल अन्य सभी देशों के सैनिक मिलिट्री एक्सरसाइज कर रहे हैं। यहां भारत ने अपनी राजपूत रेजिमेंट को भेजा है। ये वही रेजिमेंट है जिसने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए थे।
मिलिट्री एक्सरसाइज से इतर यहां भारत और पाकिस्तान की सेना के बीच एक वालीबॉल मैच भी खेला गया जिसमें भारतीय सेना की टीम ने पाकिस्तानी सेना की टीम को रौंद दिया। यहां भारतीय सेना को रूस तो वहीँ पाकिस्तानी सेना को चीनी सेना चीयर कर रही थी। भारत के हाथों मिली हार के बाद पाकिस्तान और चीन के सैनिकों के मुंह उतरे हुए थे।
भारत-पाक मिलिटरी एक्सरसाइज को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है और यह एक अच्छा मिलिटरी और डिप्लोमेटिक कदम है।
शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) के शांति मिशन-2018 के तहत यह अभ्यास हो रहा है। भारत, पाकिस्तान के साथ ही चीन, रूस और शंघाई कॉरपोरेशन में शामिल सभी देश हिस्सा ले रहे हैं। इसमें सेनाओं को एंटी टेररिजम ऑपरेशंस के लिए ट्रेनिंग मिलेगी, जो 29 अगस्त तक चलेगी।