त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिपल्ब देब हमेसा अपने बयान और अपने फैसलों को लेकर विवादों में रहते हैं। ताजा मामला यह है कि बिपल्ब देब सरकार ने अपने अफसरों और कर्मचारियों से कहा है कि वो ड्यूटी के दौरान जींस, कार्गो पैंट्स और काला चश्मा ना पहने। क्योंकि यह अनादर का प्रतीक है।
गौरतलब है कि सरकार ने यह तुगलकी फरमान 20 अगस्त को पूरे राज्य में लागु किया है। इस बारे में प्रदेश के मुख्य सचिव सुशील कुमार ने कहा कि अधिकारी बैठकों के दौरान कैजुअल कपड़े जैसे जींस, कार्गो पैंट्स और सनग्लासेस नहीं पहनें।
कुछ अधिकारी बैठक के दौरान अपने मोबाइल पर व्यस्त रहते हैं, जो गलत है। यही नहीं, त्रिपुरा सरकार के दिशानिर्देश में अधिकारियों से राज्यस्तरीय बैठकों के दौरान ड्रेस कोड का पालन करने के लिए कहा गया है।
इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली बैठकों या दूसरी उच्चस्तरीय बैठकों में ड्रेस कोड का सम्मान किया जाना चाहिए है।