टीम इंडिया के तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 2005 में जब इस गेंदबाज ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना कदम रखा था।
उस समय टीम के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक थे। इंग्लैंड के लॉर्ड्स में इनके द्वारा लिए गए पांच विकेट कौन भूल सकता है। चोट और फॉर्म की वजह से यह खिलाड़ी कभी अपने प्रतिभा के अनरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। इनको जहीर खान के विकल्प के रूप में भी देखा जाता था। आरपी सिंह ने अपने संन्यास की घोषणा ट्विटर पर की है।
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— R P Singh (@rpsingh) September 4, 2018
आरपी सिंह ने अपना पहला एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मैच सितंबर 2005 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में खेला था, जिसमें उन्होंने अपने पहले ही मैच में 2 विकेट हासिल किए।
उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ अपने तीसरे एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मैच में 35 रन देकर 4 विकेट लेने का एक जादुई आंकड़ा पार करते हुए न केवल भारत को मैच जीतने में मदद की बल्कि उन्होंने पहला ‘मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार’ भी अपने नाम किया था।
आरपी सिंह ने अपने पहले टेस्ट मैच की शुरुआत जनवरी 2006 में, पाकिस्तान के फैसलाबाद में, पाकिस्तान के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच से की, जिसमें उन्हें 5 विकेट भी लिए और उन्हें मैन ऑफ द मैच हासिल किया। उन्होंने अपना आखिरी मैच इंग्लैंड के खिलाफ 2011 में खेला था। उसके बाद कभी टीम में वापसी नहीं कर पाए।