नई दिल्ली। हैदराबाद में रहने वाला 11 साल का एक मुस्लिम बच्चा इनदिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। जिधर देखो उसी के चर्चे हैं। दरअसल हैदराबाद में रहने वाला 11 साल का मोहम्मद हसन अली बीटेक और एमटेक के छात्रों को डिजाइनिंग और ड्राफ्टिंग की कोचिंग देता है। इतना ही नहीं इसके लिए वह फीस चार्ज नहीं करता है।
हसन ने बताया, ‘मैं पिछले 1 साल से पढ़ रहा हूं। मेरे लिए इंटरनेट सीखने का संसाधन है। मैं फीस नहीं लेता, क्योंकि मैं अपने देश के लिए कुछ करना चाहता हूं।’ हसन ने इसके साथ ही बताया, ‘मैं सुबह स्कूल जाता हूं और 3 बजे घर वापस आता हूं। मैं खेलता हूं और अपना होमवर्क करता हूं। इसके बाद शाम 6 बजे तक मैं पढ़ाने के लिए कोचिंग चला जाता हूं।
वहीं खुद से दोगुनी उम्र के छात्रों को इस तरह पढ़ाने का आइडिया कहां से मिला, इस सवाल पर हसन बताते हैं, ‘मैं इंटरनेट पर एक वीडियो देख रहा था, जिसमें बताया जा रहा था कि भारतीय छात्र पढ़ाई के बाद भी विदेश में छोटी-मोटी नौकरियां कर रहे थे। तब मैंने सोचा कि हमारे इंजीनियर एक खास मामले में पिछड़ जाते हैं और वह चीज थी ‘कम्युनिकेशन स्किल।’ हमारे यहां के छात्र कम्युनिकेशन में काफी कमजोर रहे हैं इस कारण वह पिछड़ जाते हैं। वहीं मेरा पसंदीदा विषय डिजाइनिंग था तो मैंने इस पर और जोर-शोर से काम शुरू कर दिया।