नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल के पहले दिन मीडिया से मुखातिब होकर एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर खुलकर बात की। उन्होंने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले भारतीय कमांडोज़ को निर्देश दिए थे कि सभी जवानों को सुबह तक अपनी सीमा में वापस लौट आना है चाहे मिशन सफल हो या असफल।
मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक बहुत जोखिम भरा कदम था। उन्होंने कहा कि हमें अपने सैनिकों की बहुत चिंता थी। इस दौरान मैं उनकी बार -बार खबर ले रहा था। पीएम ने कहा कि हमने सैनिकों को सूर्य निकलने से पहले लौटने के लिए कहा था, क्योंकि सैनिकों की सुरक्षा हमारे लिए पहली प्राथमिकता थी। मोदी ने कहा कि कमांडोज की सुरक्षा को देखते हुए दो बार हमले की योजना की तारीखों को बदल दिया गया था।
बता दें कि कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के 20 जवानों की हत्या के बाद सुरक्षाबलों ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। पीएम मोदी ने कहा, ‘उरी में हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के कई जवानों को जिंदा जला दिया गया था। इसकी वजह से मेरे साथ-साथ भारतीय सेना के जवान भी बहुत गुस्से में थे, जिसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाई गई।’