कोलकाता। नोटबंदी के मुद्दे पर केंद्र सरकार का मुखर विरोध कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कोलकाता के कुछ इलाकों में सेना की तैनाती पर नाराजगी जताई है। ममता ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि उसने आपातकाल यानी इमरजेंसी जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या देश में सेना द्वारा तख्तापलट किया जा रहा है?
ममता का आरोप है कि पश्चिम बंगाल सरकार को सूचना दिए बिना राज्य के दो टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती की गई है, जो अभूतपूर्व और गंभीर मुद्दा है। राज्य सचिवालय से ममता ने कहा कि यह स्थिति आपातकाल से भी खराब है। ममता ने राज्य सचिवालय में ही रुके रहने का फैसला करते हुए कहा कि जब तक टोल प्लाजा से सेना नहीं हटाई जाती, वह तब तक वहां से नहीं जाएंगी। हालांकि टोल प्लाज़ा पर तैनात सेना को आधी रात के बाद हटा लिया गया लेकिन ममता बनर्जी अब भी सचिवालय में मौज़ूद हैं। राज्य के कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी सचिवालय में ममता के साथ हैं।
ममता ने कहा कि राज्य में कुछ जगहों पर सेना के जवान तैनात कर दिए गए हैं। इस संबंध में मुख्य सचिव बासुदेव बनर्जी केंद्र को पत्र लिखेंगे। वह खुद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से संपर्क कर इसकी जानकारी देंगी। ममता ने सवाल किया कि सिर्फ बंगाल में ही इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही? दूसरे राज्यों में ऐसा क्यों नहीं देखने को मिल रहा? यह संघीय ढांचे पर प्रहार है।