नई दिल्ली। ईडी ने लखनऊ में 1500 करोड़ रुपये के गोमती रिवरफ्रंट विकास परियोजना के संबंध में गुरुवार को उत्तर प्रदेश समेत हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में छापेमारी की है। लखनऊ के गोमतीनगर और राजाजीपुरम इलाके में भी ईडी ने इंजीनियरों और ठेकेदारों के घर पर छापेमारी की। ईडी टीम ने लखनऊ के गोमती नगर के विशालखंड में भी छापेमारी की। इंजीनियरों और ठेकेदारों का पूरा घर खंगाला गया। टीम ने राजाजीपुरम इलाके में इंजीनियरों, ठेकेदारों और कंपनी के गठजोड़ को लेकर छापेमारी की।
ईडी के अधिकारी ने कहा, “सुबह से हमारी टीमें गोमती रिवरफ्रंट परियोजना मामले में धनशोधन के आरोपों की जांच के तहत छापे मार रही हैं।” ईडी मामले के संबंध में दस्तावेजों और सबूतों की तलाश में है। एजेंसी पता लगानी चाहती है कि क्या आरोपियों ने इस विकास परियोजना के सौंदर्यीकरण के लिए दी गई राशि का धनशोधन किया या फिर इससे अवैध संपत्ति बनाई।
सीबीआई ने इस संबंध में दिसंबर 2017 में एफआईआर दर्ज की थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए ईडी ने 30 मार्च 2018 को धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया था। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद सीबीआई ने मामले की जांच अपने हाथ में ली। परियोजना को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंजूरी दी थी।