नई दिल्ली। लगता है सूरत में तड़क-भड़क वाली लाइफ को त्यागकर सन्यासी बनने का ट्रेंड चल पड़ा है। अब सूरत के कपड़ा कारोबारी की सिंगर बेटी मानवी जैन संन्यासी बन गई है। कभी फ़ोटोग्राफ़ी, मॉडलिंग और महंगे ब्रांडेड कपड़ों की शौकीन रही मानवी अब सभी सांसारिक सुखों का त्याग कर संयम की राह पर चल पड़ी है। मानवी घर से दुल्हन के लिबाज में घर से निकलीं। उसने जमकर जश्न मनाया और पलभर में उसने अपने बाल मुंडवाते हुए सफेद कपड़े धारण कर लिए और देखते ही देखते वो संन्यासिन बन गईं।
दीक्षार्थी मानवी जैन की कार चल रही थी तो उसके आगे ढोल नगाड़े बज रहे थे और लोग भी साथ में चल रहे थे। दीक्षार्थी मानवी जैन जिस कार में सवार थीं, उसमें उनके साथ माता पिता भी सवार थे। जैन धर्म गुरुओं के सानिध्य में दीक्षा दिए जाने की प्रक्रिया शुरू हुई। सांसारिक बंधनों से मुक्त होने की खुशी दीक्षार्थी मानवी जैन के चेहरे पर साफ देखी जा सकती थी। वो खुशी-खुशी सांसारिक वस्त्रों में दीक्षा देने की प्रक्रिया को किए जा रही थी। दीक्षा समारोह में जैन मुनि भगवंतों के अलावा जैन साध्वी भी बड़ी तादाद में उपस्थित थीं।
दीक्षा लेने के बाद मानवी जैन को नया नाम योगरुचि रेखासिद्धी दिया गया है। अब वो इसी नाम से पहचानी जाएंगी। सांसारिक बंधनों से मुक्ति लेकर सोमवार की सुबह आचार्य भगवंत गुणरत्न सूरिश्वरजी महाराज साहेब द्वारा रजोहरण प्रदान किया गया।