नई दिल्ली। एक्टिंग छोड़ राजनीति में आईं जयाप्रदा ने अपने और अमर सिंह के रिश्तों पर खुलकर बात की है। जयाप्रदा ने कहा कि वो अमर सिंह की बहुत इज्जत करती हैं और उन्हें अपना ‘गॉडफादर’ मानती हैं। वह मीडिया और राजनीति के गलियारे में उनके रिश्ते को लेकर होने वाली चर्चा से दुखी हैं। उन्होंने कहा है कि यदि वह उन्हें (अमर सिंह को) राखी भी बांध दें, तब भी लोग उनके बारे में बातें बनाना बंद नहीं करेंगे। साथ ही, जयाप्रदा ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से विधायक आजम खान पर गंभीर आरोप लगाए और दावा किया कि खान ने उन पर तेजाब हमला कराने की कोशिश की थी।
जयाप्रदा ने कहा, ‘मेरे जीवन में कई लोगों ने मेरी मदद की है और अमर सिंह जी मेरे गॉड फादर हैं।’ उन्होंने यहां क्वींसलाइन लिटरेचर फेस्टिवल में लेखक राम कमल से बात करते हुए यह कहा। जयाप्रदा ने दावा किया, ‘जिस परिस्थिति में मैं एक महिला के तौर पर आजम खान के साथ चुनाव लड़ रही थी, उस समय मुझ पर तेजाब हमला और मेरी जान को खतरा था। जब कभी मैं घर से बाहर जाती मैं अपनी मां को यह भी नहीं बता सकती थी कि मैं जिंदा लौटूंगी या नहीं।’
उन्होंने कहा कि उनका समर्थन करने को कोई नेता सामने नहीं आया। जयाप्रदा ने कहा, ‘मुलायम सिंह जी ने मुझे एक बार भी फोन नहीं किया।’ उन्होंने कहा कि जब उनकी तस्वीरों में विद्वेषपूर्ण बदलाव कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, तब उन्होंने आत्महत्या करने तक की सोची थी। जयाप्रदा ने कहा, ‘अमर सिंह डायलिसिस पर थे और मेरी तस्वीरों में विद्वेषपूर्ण बदलाव कर उसे क्षेत्र में फैलाया जा रहा था। मैं रो रही थी और कह रही थी कि अब मुझे और नहीं जीना है, मैं आत्महत्या करना चाहती हूं। मैं सदमे में थी और किसी ने मेरा समर्थन नहीं किया।’
उन्होंने बताया, ‘डायलिसिस से आने पर सिर्फ अमर सिंह जी मेरे साथ खड़े हुए, मेरा समर्थन किया। आप उनके बारे में क्या सोचते हैं? गॉडफादर या फिर कोई और? यदि मैं उन्हें राखी भी बांध दूं तब क्या लोग बातें करना बंद कर देंगे ? लोग क्या कहते हैं मुझे परवाह नहीं।’ उन्होंने कहा कि पुरूष प्रधान इस व्यवस्था में किसी महिला के लिए नेता बनना असली चुनौती है।