इस्लामी सहयोग संगठन की बैठक में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि 2019 भारत के लिए एक महत्वूपर्ण साल है। हम महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मना रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि OIC में पहली बार भारत को मुख्य अतिथि बनने का सम्मान मिला है। साथ ही उन्होंने आतंकवाद के खतरे को लेकर कई अहम बातें भी हिस्सेदार इस्लामिक देशों के समक्ष रखीं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद ने कई जिंदगियां तबाह की हैं।
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जानें OIC बैठक में सुषमा स्वराज की बड़ी बातें
-OIC अपनी गोल्डन जुबली मना रहा है।
-OIC बैठक में भारत को पहली बार मुख्या अतिथि का सम्मान मिला।
-OIC के सदस्य संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों का एक चौथाई है।
Abu Dhabi: Empty Pakistani chair at OIC as Guest of Honour Sushma Swaraj gives her speech. pic.twitter.com/wzbmCg0CSz
— ANI (@ANI) March 1, 2019
-भारत OIC की विश्व दृष्टि का समर्थन करता है
-हम सुरक्षा पर साझा विचार रखते हैं
-हमारी साझेदारी और भी मजबूत होगी
EAM Sushma Swaraj at OIC conclave: If we want to save humanity, we must tell the states who provide shelter and funding to terrorists, to dismantle the infrastructure of the terrorist camps and stop providing shelter and funding to the terror organisations based in that country. pic.twitter.com/hlNZaAH7wl
— ANI (@ANI) March 1, 2019
-भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की अर्थव्यवस्थ का हिस्सा बन रही है
-खाड़ी देश हमारे लिए व्यापार का बड़ा केंद्र हैं
-हम कई मध्य एशियाई देशों से करीबी ताल्लुक रखते हैं।
-हम ब्रुनेई से लेकर अफगानिस्तान तक मजबूत रिश्ते रखते हैं।
-आतंकवाद जीवन को नष्ट कर रहा है, क्षेत्रों को अस्थिर कर रहा है और दुनिया को बड़े संकट में डाल रहा है। आतंक की पहुंच बढ़ रही है। इसे रोकना बेहद जरूरी है।
-आतंकवाद ने कई जिंदगियां तबाह की हैं।
-आतंक के खिलाफ हमारी लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ नहीं है।
-मिस्त्र, ईरान, ईराक से भी हमारे अच्छे संबंध हैं।
जाने क्या है OIC ?
OIC का मतलब आर्गेनाईजेशन ऑफ़ इस्लामिक कारपोरेशन है जिसका गठन 1969 में किया गया था। पाकिस्तान ओआइसी का संस्थापक सदस्य देश है। इस संघटन में 57 सदस्य हैं जिसमें 40 मुस्लिम बाहुल्य देश हैं। OIC संयुक्त राष्ट्र के बाद दूसरा बड़ा अंतर सरकारी संगठन है। इस मंच पर भारत को 50 साल बाद न्योता मिला है और वो भी मुख्या अतिथि के तौर पर, जो भारत के लिए सम्मान की बात है।
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