टिकट न मिलने से नाराज हरदोई से बीजेपी सांसद अंशुल वर्मा बुद्धवार को पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में जाकर उन्होंने वहां तैनात चौकीदार को अपना त्यागपत्र सौंपा। इसके तुरंत बाद ही अंशुल वर्मा ने समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने यहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी ज्वाइन की।
भाजपा में बगावत: टिकट कटने से नाराज भाजपा सांसद ने पार्टी कार्यालय के चौकीदार को दिया इस्तीफाटिकट कटने से नाराज हरदोई से भाजपा सांसद अंशुल वर्मा ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वह आज लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय पहुंचे और यहां तैनात चौकीदार को अपना इस्तीफा सौंप दिया।https://www.amarujala.com/lucknow/hardoi-bjp-mp-anshul-varma-resigned-from-party?utm_source=FACEBOOK&utm_medium=FB_Posts&utm_campaign=hl_lucknow
Gepostet von Amar Ujala Lucknow am Dienstag, 26. März 2019
चुनावी मौसम में राजनेताओं के पाला बदलने का दौर जारी है। इसी क्रम में टिकट कटने से नाराज उत्तर प्रदेश के हरदोई से बीजेपी सांसद अंशुल वर्मा ने बुधवार सुबह को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में तैनात चौकीदार को इस्तीफा सौंपा दिया। इसके बाद दोपहर को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में साइकिल पर सवार होकर चलने के लिए तैयार हो गए।
Anshul Verma, BJP's sitting MP from Hardoi, joins Samajwadi Party (SP) in presence of party president Akhilesh Yadav pic.twitter.com/o97klVRn1G
— ANI UP (@ANINewsUP) March 27, 2019
सपा नेता आजम खान के साथ अंशुल वर्मा अखिलेश यादव से मिलने समाजवादी पार्टी के लखनऊ स्थित कार्यालय पहुंचे और औपचारिक तौर पर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। कहा जा रहा है कि वे गठबंधन की तरफ से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
BJP's Hardoi MP Anshul Verma handed his resignation to Chowkidaar at BJP office. He is confused after so much Chowkidaars in BJP but he chooses Asli Chowkidaar… pic.twitter.com/z35nM2BSOc
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) March 27, 2019
गौरतलब है कि बीजेपी से टिकट कटने से नाराज अंशुल वर्मा ने बीजेपी के प्रदेश कार्यालय के बाहर तैनात चौकीदार को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। अंशुल वर्मा का कहना था कि उन्होंने विकास किया है और विकास ही करेंगे। वह अंशुल थे और अंशुल ही रहेंगे, चौकीदार नहीं बनेंगे।अगर विकास ही मानक था तो मैंने क्षेत्र में 24 हजार करोड़ रुपए मूल्य का विकास कार्य लेकर पहुंचा। सदन में भी मेरी उपस्थिति 95 फ़ीसदी थी। मेरा दोष यही था कि मैंने अपने समाज के लिए सिर उठाया। आज बीजेपी का कोई पदाधिकारी मुझसे मिलने के लिए तैयार नहीं है। बता दें बीजेपी ने इस बार हरदोई से जयप्रकाश रावत को उम्मीदवार बनाया है।